अनूपपुर: फ्लाई ओवर निर्माण में देरी को लेकर नगर स्वस्फूर्त रहा बंद, समय सीमा में नहीं बनने पर लोगो में आक्रोश


अनूपपुर, 1 अगस्त (हि.स.)। नगर के पूर्वी रेल फाटक में बन रहे ओवर ब्रिज का निर्माण गत तीन वर्षों से कछप गति होने से परेशान आमजन मानस ने गुरुवार को जिला फ्लाई ओवर ब्रिज संघर्ष समिति के आह्वान पर अनूपपुर नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठान के साथ कुछ निजी शिक्षण संस्थारन स्वस्फूर्त बंद कर निर्माण कार्यों में लेट लतीफी पर अपना अक्रोश जताते हुए विरोध दर्ज कराया। बाजार बंद के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही।
गुरुवार को व्यापारियों ने जिला ओवरब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के आह्वान पर एक दिन के लिए बाजार बंद रखा। सुबह से ही अनूपपुर शहर में सभी व्यारपारिक प्रतिष्ठाकन बंद रहा। सभी ने अपनी स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर एकता दिखाई। फ्लाई ओवर के बंद पड़े निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए है जिसको लेकर जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि समय सीमा के भीतर निर्माण कार्य को पूरा कराया जाएगा। सुबह से ही मुख्य बाजार सहित चेतनानगर, बस स्टैंड, आदर्श मार्ग, स्टेशन चौक सामतपुर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों का शटर नहीं उठा। होटल संचालक और रेस्टोरेंट में भी बंद का असर रहा। वहीं बसों का संचालक रोज की भांति सुचारू रूप से चालू रहा। इस दौरान दवाई दुकान बंद का हिस्सा रही। शासकीय कार्यालयों में उपस्थिति समान्य से कम रहीं रहीं। बंद के कारण कलेक्ट्रेट में भी आवेदक नहीं पहुंचे।
अध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने बंद को सफल बनाने के लिए सभी नगारिकों, व्यारपारियों सहित जिला एवं पुलिस प्रशासन का अभार माना हैं। पूर्व की भांति इस बार भी जनता की भावनाओं की दुर्गति ना हो इसके लिए आज सांकेतिक रूप से विरोध कर बाजार बंद कर प्रशासन को उसके झूठे वादों को याद दिलाने का प्रयास अच्छा रहा है। बीते कुछ दिनों से लगातार नगर के नागरिक फ्लाई ओवर के बंद पड़े निर्माण कार्य को तेजी से करने की मांग जिला प्रशासन से कर रहे थे। लगातार निर्माण कार्य की समय सीमा बढ़ती जा रही है। इससे जिला मुख्या लय दो भागों में बट गया। एक हिस्से में कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत, कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, वन विभाग, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट आफिस, कृषि उपज मंडी है। वहीं शहर के दूसरी ओर तहसील, एसडीओ कार्यालय, जिला न्यायालय, जिला अस्पताल, शासकीय महाविद्यालय स्थित है। दोनों हिस्से में तकरीबन 50-50 गांव लगे हुए हैं। ब्रिज निर्माण कार्य धीमी गति से चलने के कारण 4 से 5 किलोमीटर वैकल्पिक मार्ग के माध्यम से लोगों को आना-जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मरीज को घूम कर जिला अस्पताल जाने की वजह से कई लोग असमय काल कल्पित हो चुके हैं। इसके विरोध में गुरुवार को बाजार बंद कराया गए हैं और जल्द से जल्द ओवरब्रिज का निर्माण पूरा नहीं होने पर उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला / मुकेश तोमर