आईआईटीजी में थिंक इंडिया नॉर्थ ईस्ट समिट 2025 का समापन
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गुवाहाटी, 23 फरवरी (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी में आयोजित थिंक इंडिया नॉर्थ ईस्ट समिट 2025 का रविवार को सफल समापन हुआ। इस दो दिवसीय समिट में पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के 250 से अधिक छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों ने भाग लिया। समिट में क्षेत्रीय विकास और राष्ट्रीय प्रगति पर गहन चर्चा की गई।
समिट के दूसरे दिन आज केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और एनआईटी सिलचर के निदेशक प्रो. दिलीप कुमार वैद्य ने पूर्वोत्तर विकास: विकसित भारत के लिए उत्प्रेरक विषय पर चर्चा का नेतृत्व किया। केंद्रीय मंत्री ने थिंक इंडिया नॉर्थ ईस्ट समिट 2025 को पूर्वोत्तर के बौद्धिक आदान-प्रदान के मंच के रूप में परिभाषित किया और कहा कि इस तरह के समिट क्षेत्र के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
समिट के उद्घाटन सत्र में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य मुख्य अतिथि रहे। उनके साथ आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. डॉ. देवेंद्र जलिहाल, अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान और भारतीय ज्ञान प्रणाली केंद्र के प्रमुख प्रो. डॉ. उदय शंकर दीक्षित विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अपने उद्घाटन भाषण में राज्यपाल ने ‘विकसित भारत’ के निर्माण में युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीकी उन्नति के समावेश पर जोर दिया।
समिट के दौरान विभिन्न सत्र आयोजित किए गए। सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय, एनएलयू असम के कुलपति प्रो. केवीएस शर्मा और डॉ. उमेश्वरी धाकर ने भारतीय न्याय व्यवस्था के पुनरुद्धार पर चर्चा की। एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ. टीजी सीतारमन ने पूर्वोत्तर भारत के विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. नब गोस्वामी के नेतृत्व में करियर पर चर्चा विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित हुआ, जिसमें पेशेवर विकास और अवसरों पर मार्गदर्शन दिया गया। प्रसिद्ध लेखिका रश्मि समंते ने पूर्वोत्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर अपने विचार रखे। भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारी शंभु यादव, चिरंजीब शर्मा और डॉ. सुभाष बसुमतारी ने क्षेत्रीय विकास में खेलों की भूमिका पर चर्चा की। असम विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. नुमल मोमिन और एम्स गुवाहाटी के निदेशक प्रो. डॉ. अशोक पुराणिक ने पूर्वोत्तर स्वास्थ्य, राष्ट्रीय और वैश्विक परिदृश्य विषय पर क्षेत्र की स्वास्थ्य चुनौतियों पर विचार साझा किए।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश