ध्वजाधारी धाम में दो दिवसीय शिवरात्रि मेला शुरू
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कोडरमा, 26 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के ध्वजाधारी धाम में दो दिवसीय शिवरात्रि मेला बुधवार से शुरू हुआ। मेला का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक नीरा यादव, महंत सुखदेव महाराज और जिप अध्यक्ष रामधन यादव ने किया। इस दौरान कई जनप्रतिनिधि, विभिन्न दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। ध्वजाधारी धाम में शिवरात्रि मेले को लेकर खास तैयारी की गई है, ध्वजाधारी धाम में आयोजित दो दिवसीय शिवरात्रि मेले में बिहार, झारखंड और बंगाल से हजारों की संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं और 777 सीढ़ियां चढ़कर पहाड़ पर बसे बाबा भोले को जलाभिषेक करते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाले शिव भक्तों की मुराद पूरी होती है।
कोडरमा के ध्वजाधारी धाम में शिवरात्रि मेले में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, जिसको देखते हुए मेला में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही पूरे मेला परिसर में सीसीटीवी लगाए गए हैं और ड्रोन कैमरे से पूरे मेला पर नजर रखी जा रही है। चूंकि शिव भक्तों के लिए 777 सीढ़ियां चढ़ना आसान नहीं हैं, इसको देखते हुए मेला आयोजन समिति के वॉलेंटियर और पुलिस जवान शिव भक्तों की सेवा में पहाड़ के अंतिम छोर तक लगे हुए हैं। वहीं मेले में जिला प्रशासन की ओर से एक मेडिकल टीम और दो एम्बुलेंस भी तैनात किए गए हैं, ताकि इमरजेंसी में किसी को कोई परेशानी हो तो उसे राहत पहुंचाई जा सके।कोडरमा के ध्वजाधारी धाम में पहुंचने वाले शिव भक्तों के लिए पूजन सामग्री से लेकर खाने-पीने के कई स्टॉल लगाए गए हैं। इसके साथ ही बच्चों के लिए झूला और मनोरंजन के साथ-साथ कई खिलौने की दुकानें लगाई गई हैं। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने भक्ति और आस्था के साथ बाबा भोले का जलाभिषेक कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में ब्रम्हा के पुत्र कद्रम ऋषि ने यहां भगवान शिव की तपस्या की थी और भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें ध्वजा और त्रिशूल भेंट की थी, तभी से इस पहाड़ का नाम ध्वजाधारी पहाड़ पड़ गया। इस ध्वजाधारी आश्रम से होकर एक ऊंची पहाड़ है, जहां भगवान शिव विराजमान हैं। शिव भक्त अपनी मन्नत को लेकर 777 सीढ़ियां चढ़कर कठिन सफर के बाद बाबा भोले को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव समीर