सनातन पर संकट, जनसंख्या असंतुलन और पलायन की खतरनाक आहट!
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मीरजापुर, 23 फ़रवरी (हि.स.)। धरोहर संरक्षण सेवा संगठन की संस्कृति संवाद यात्रा का 29वां पड़ाव सीखड़ विकास खंड के आदर्श कन्या इंटर कॉलेज में रविवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभय शंकर त्रिपाठी ने की।
मुख्य वक्ता, संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने चेतावनी देते हुए कहा कि जनसंख्या असंतुलन और पलायन सनातन समाज के अस्तित्व के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि सनातन समाज की जन्मदर मात्र 1.76 प्रतिशत रह गई है, जो बेहद चिंताजनक है। यदि इस पर गंभीरता से काम नहीं किया गया तो सनातन सभ्यता विलुप्त होने की कगार पर पहुंच सकती है।
उन्होंने कहा कि हिंदुओं का पलायन ग्रामीण, पहाड़ी, सीमावर्ती और मुस्लिम बहुल इलाकों से तेजी से हो रहा है, जिससे जनसंख्या संतुलन बिगड़ रहा है। इसे रोकने के लिए हर सनातनी को ‘सनातन विस्तार योद्धा’ बनना होगा और सनातन शिक्षा पद्धति अपनानी होगी।
आशीष पाठक ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की आत्मा उसकी संस्कृति होती है। जहां संस्कृति कमजोर होती है, वहां भू-भाग राष्ट्र से कट जाता है। इसलिए सनातन धर्म को सुदृढ़ करने के लिए हमें वेद, पुराण और धर्मग्रंथों का अध्ययन अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा।
इस दौरान मनोज कुमार पांडेय एडवोकेट, नीरज पाण्डेय, डा. चंद्रदेव पटेल, राजेश मिश्र, ज्योति, सत्यम यादव, दिलीप पाण्डेय, अशोक गुप्ता, राजेश पाण्डेय, जितेंद्र प्रजापति सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संचालन गौरव मिश्र ने किया और समापन श्रीहनुमान चालीसा पाठ के साथ हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा