ग्रेटर नोएडा में संपत्ति फर्जीवाड़ा: युवक की गिरफ्तारी

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की सक्रियता से बचा फर्जीवाड़ा
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के संपत्ति विभाग के कर्मचारियों की सजगता से एक संपत्ति का फर्जी ट्रांसफर रोक दिया गया। एक व्यक्ति, जो फर्जी तरीके से मूल आवंटी बनकर प्रॉपर्टी का ट्रांसफर कराने आया था, उसे प्राधिकरण के स्टाफ ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले में सूरजपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है, और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
संपत्ति विभाग की प्रबंधक को हुआ संदेह
सेक्टर पी थ्री में भूखंड संख्या डी-138, जो पीपी सिंह के नाम आवंटित है, के ट्रांसफर के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन किया गया था। संपत्ति विभाग ने फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए आवंटी को बुलाया। बुधवार को एक व्यक्ति, जो पीपी सिंह के नाम से आया, को देखकर प्रबंधक को संदेह हुआ। आधार कार्ड में दी गई जानकारी का मिलान किया गया, और जब फोटो तथा जन्मतिथि में असमानता पाई गई, तो मूल फाइल से जांच की गई। इस जांच में फर्जीवाड़े की आशंका बढ़ गई।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा एम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष सोनू भड़ाना भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। सूरजपुर कोतवाली की पुलिस ने आरोपी को पकड़कर ले गई। अथॉरिटी के प्रबंधक राजेश सिंह ने कोतवाली में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और आरोपी को जेल भेज दिया। प्रारंभिक जांच में आरोपी की पहचान महिपाल पुत्र चंद्रपाल सिंह के रूप में हुई है।
फर्जीवाड़े में शामिल अन्य आरोपियों पर होगी कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने चेतावनी दी है कि संपत्ति के लेनदेन में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आरोपी की पहचान कर ली गई है, और अन्य संभावित आरोपियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की गई है, और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। अथॉरिटी के सीईओ एनजी रवि कुमार ने संपत्ति से जुड़े विभागों को फिजिकल वेरीफिकेशन की प्रक्रिया का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।