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बीस साल बाद दूसरी बार मंत्री बने विजय कुमार मंडल,इससे पहले राजद के सरकार में थे राज्य मंत्री

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बीस साल बाद दूसरी बार मंत्री बने विजय कुमार मंडल,इससे पहले राजद के सरकार में थे राज्य मंत्री


अररिया, 26 फरवरी(हि.स.)।

बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार में सिकटी के भाजपा विधायक विजय कुमार मंडल को भी शामिल किया गया है।विजय कुमार मंडल दूसरी बार मंत्री मंत्री बने हैं।इससे पहले 2000 में अररिया विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद लालू प्रसाद ने पार्टी में शामिल कर सूचना एवं जनसंपर्क राज्य मंत्री बनाया था।करीबन बीस साल बाद दुबारा मंत्री बनाए जाने के पीछे एनडीए के सीमांचल में अति पिछड़ा वोट बैंक पर सेंधमारी की कोशिश कही जा रही है।

विजय कुमार मंडल क्योट (केवट) जाति से आते हैं और इस जाति सहित अति पिछड़ा का एक बड़ा वोट बैंक सीमांचल में है।विजय कुमार मंडल पांच बार विधानसभा चुनाव जीते हैं।उनको मंत्री बनाने की मांग जोरों पर थी।लेकिन मंत्री नहीं बनाए जाने से उनके पार्टी से नाराज चलने की बात कही जा रही है।

विजय कुमार मंडल का राजनीति की दुनिया में उनका सफर आनंद मोहन की पार्टी स्वतंत्र उम्मीदवारी से लेकर बिहार पीपुल्स पार्टी,राजद,लोजपा,जदयू और भाजपा तक रही है।इससे पहले भी 2000 में राजद की सरकार में वे बिहार सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं।वर्तमान समय में वे बिहार सरकार के मुख्य सचेतक थे।

अररिया के कुर्साकांटा के बटराहा गांव के रहने वाले किसान नंदकेश्वर मंडल के पुत्र विजय कुमार मंडल का राजनीतिक सफर 1995 से शुरू हुई। 1995 में पहली बार अररिया विधानसभा से आनंद मोहन की पार्टी बिहार पीपुल्स पार्टी से इन्होंने चुनाव लड़ा था। जिसमें विजय कुमार मंडल ने अररिया से बिहार पीपुल्स पार्टी के एकमात्र विधायक के रूप में जीत दर्ज की थी।आनंद मोहन की पार्टी बिपीपा से चुनाव जीतने के बाद लालू प्रसाद ने इन्हें राजद में शामिल कर लिया। लेकिन अगली बार 2000 के चुनाव में राजद ने इन्हें टिकट नहीं दिया। फलस्वरूप बागी बनकर 2000 के चुनाव में ये निर्दलीय चुनाव जीते। जिसके बाद राजद फिर से इसे अपने साथ ले गई और बिहार सरकार में राज्य मंत्री बनाया। 2005 में वे अररिया विधानसभा से फिर चुनाव लड़े।लेकिन उस चुनाव में भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह ने उसे पराजित कर दिया। लेकिन 2009 में के लोकसभा चुनाव में अररिया लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने विधायक प्रदीप कुमार सिंह को टिकट दिया। जिसमें विधायक प्रदीप कुमार सिंह चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे। खाली हुए सीट पर 2009 में हुए उपचुनाव में विजय कुमार मंडल को रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया। जिसमें उन्होंने चुनाव जीत कर तीसरी बार विधानसभा पहुंचे।

2009 में परिसीमन के बाद अररिया जिला के कई विधानसभा की भौगोलिक स्थिति में बदलाव आ गया। 2010 के विधानसभा चुनाव में विजय कुमार मंडल लोजपा के टिकट पर सिकटी विधानसभा से चुनाव लड़े। जहां उन्हें भाजपा उम्मीदवार आनंदी प्रसाद यादव से पराजित होना पड़ा। 2010 के चुनाव में भाजपा के आनंदी प्रसाद यादव को 42 हजार 76 मत प्राप्त हुए,जबकि लोजपा के विजय कुमार मंडल को 32 हजार 202 मत प्राप्त हुए। 2015 के चुनाव में विजय कुमार मंडल सिकटी विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े। जिसमें उन्होंने 76 हजार 995 मत प्राप्त कर जदयू के शत्रुघ्न प्रसाद सुमन को 8 हजार 106 मतों से पराजित किया।शत्रुघ्न प्रसाद सुमन को 68 हजार 889 मत प्राप्त हुए। 2020 के चुनाव में भाजपा ने फिर विश्वास जताते हुए विजय कुमार मंडल को सिकटी विधानसभा से चुनाव लड़ाया।जिसमे उन्हें 84 हजार 128 मत प्राप्त हुए,जबकि उनके विरोधी राजद के शत्रुघ्न मंडल को 70 हजार 510 मत प्राप्त हुआ। विजय कुमार मंडल ने 2014 में अररिया से जदयू के टिकट पर लोकसभा का भी चुनाव लड़ा था। जिसमें वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें 2 लाख 21 हजार 769 मत प्राप्त हुए थे,जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 2 लाख 61 हजार 474 मत और विजयी हुए राजद के तस्लीमुद्दीन को 4 लाख 7 हजार 978 मत प्राप्त हुए थे।

विजय कुमार मंडल को मंत्री बनाने की मांग लगातार उठ रही थी और कहा जा रहा है कि इस बार के सरकार गठन में शामिल नहीं किए जाने पर इन दोनों पार्टी से नाराज भी चल रहे थे। जिसके कारण उन्हें मुख्य सचेतक भी बनाया गया था।आखिरकार मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान उन्हें मंत्री में शामिल कर उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया गया। साथ ही मंत्री में शामिल कर भाजपा और जदयू ने सीमांचल में अति पिछड़ा वोट बैंक के गोलबंदी में सेंधमारी का प्रयास किया है। बहरहाल सिकटी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से एनडीए कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर