अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

पाकिस्तानी तस्करों के संपर्क में थे आरोपी
अमृतसर: राज्य में अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत अमृतसर पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह पाकिस्तान के तस्करों के साथ संपर्क में था और सीमा पार से हथियार लाकर इन्हें विभिन्न स्थानों पर सप्लाई किया जाता था।
इन हथियारों का उपयोग प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने और शांति को भंग करने के लिए किया जाता था। पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 8 विदेशी पिस्टल बरामद की। यह ऑपरेशन गांव बराड़ और कोहाला के बीच लिंक रोड पर किया गया।
डीजीपी का बयान
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में एक कार में बैठे तीन व्यक्तियों को रोका। पूछताछ के दौरान पुलिस को संदेह हुआ, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि गिरफ्तार आरोपियों का एक मुख्य संदिग्ध डग नाम का व्यक्ति है, जो मानावाला का निवासी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये आरोपी पाकिस्तान के हथियार तस्करों के साथ तकनीकी रूप से सक्रिय संपर्क में थे।
इनका उद्देश्य भारतीय सीमा में हथियारों की तस्करी करना था और इसके लिए वे कई स्तरों पर साजिश रच रहे थे।
बीकेआई के दो आतंकियों की गिरफ्तारी
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने पाकिस्तान के आईएसआई-समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के संचालक जीवन फौजी के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान तरन तारन के कारजप्रीत सिंह उर्फ कारज और गुरलाल सिंह उर्फ हरमन के रूप में हुई है।
पुलिस ने उनके पास से .30 बोर की पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है, साथ ही अपराध में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है।