अम्बाला में मौसम का बदलाव: साइक्लोनिक सर्कुलेशन से मिली राहत

अम्बाला का मौसम: साइक्लोन का प्रभाव
अम्बाला, अम्बाला का मौसम: राजस्थान में उत्पन्न साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने अम्बाला के मौसम में बदलाव ला दिया है। पश्चिमी हवाओं ने उमस भरी गर्मी से राहत प्रदान की है। मौसम विभाग के अनुसार, 14 सितंबर से फिर से मानसूनी बादल छा सकते हैं, जिससे हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके बाद 20 सितंबर से मानसून का विदाई चरण शुरू होगा।
अम्बाला में बारिश का असर
बारिश से मिली ठंडक, लेकिन उमस की वापसी
सितंबर के पहले सप्ताह में पंजाब से आए पश्चिमी विक्षोभ और हिमाचल की ओर मानसून टर्फ रेखा के कारण भारी बारिश हुई। 2 सितंबर की रात से 3 सितंबर की दोपहर तक 106 मिमी बारिश दर्ज की गई। 5 सितंबर को भी अच्छी बारिश ने नवंबर जैसी ठंडक का अहसास कराया, जिसमें दिन का तापमान 25 डिग्री और रात का तापमान 17 डिग्री तक पहुंच गया। लेकिन 6 सितंबर से बादल छटने के बाद बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं आने लगीं, जिससे उमस फिर से बढ़ गई।
साइक्लोन का हवाओं पर प्रभाव
हवा की दिशा में बदलाव
सोमवार रात राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से हवाओं की दिशा में बदलाव आया। बुधवार सुबह से पश्चिमी हवाएं 12-15 किमी प्रति घंटे की गति से चलने लगीं, जिससे उमस में कमी आई। गुरुवार सुबह भी तेज हवाएं चलती रहीं। दिन में बादलों की आवाजाही रही, अधिकतम तापमान 33 डिग्री और रात का तापमान 25.1 डिग्री दर्ज किया गया।
बारिश की आवश्यकता
कितनी बारिश की आवश्यकता है?
IMD के अनुसार, अम्बाला में मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर) में सामान्य बारिश 820 मिमी होती है। अब तक 711 मिमी बारिश हो चुकी है, जिसमें जून में 151 मिमी, जुलाई में 170 मिमी, अगस्त में 208.6 मिमी और सितंबर में 182 मिमी बारिश शामिल है। अभी 109 मिमी बारिश की आवश्यकता है। अगले दो दिन मौसम स्थिर रह सकता है, लेकिन 14 सितंबर से फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है।