आंध्र प्रदेश में विश्वस्तरीय लाइब्रेरी का निर्माण, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा

आधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण
आंध्र प्रदेश के शिक्षा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अमरावती में एक विशाल और अत्याधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा, जो लगभग 2 लाख वर्ग फुट में फैलेगी। इसे 'विश्व-स्तरीय ज्ञान केंद्र' के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके एक साल के भीतर तैयार होने की उम्मीद है।मंत्री लोकेश ने अंडावल्ली में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान ज्ञान की पहुंच के लिए नए मानक स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विशाखापट्टनम में जगदम्बा सेंटर में 50,000 वर्ग फुट की रीजनल लाइब्रेरी के निर्माण को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
फंड जुटाने की योजना
लोकेश ने बताया कि स्थानीय निकायों से लगभग 213 करोड़ रुपये का बकाया सेस लंबित है। उन्होंने अधिकारियों को इस राशि को शीघ्र वसूलने के लिए कहा ताकि लाइब्रेरी के विकास के लिए आवश्यक फंड जुटाया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने छात्रों को आकर्षित करने के लिए सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित करने और राष्ट्रीय मिशन फॉर लाइब्रेरीज के तहत आवंटित फंड का सही उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
लाइब्रेरी का महत्व और परीक्षा में सफलता
लोकेश ने मौजूदा सरकारी लाइब्रेरी की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि इस वर्ष 350 छात्रों ने लाइब्रेरी के संसाधनों का उपयोग करके कांस्टेबल की नौकरी प्राप्त की है। उन्होंने लाइब्रेरी के लाभों को लोगों तक पहुँचाने और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए किताबों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक बड़े अभियान की योजना बनाई है।
शिक्षकों की भर्ती और अन्य घोषणाएँ
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य हर साल डिस्ट्रिक्ट सिलेक्शन कमेटी (DSC) के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती करेगा। उन्होंने अधिकारियों से लर्निंग आउटकम में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी (FLN) के कार्यान्वयन में सुधार के लिए तत्काल उपायों की मांग की।
लोकेश ने 'तल्ली की वंदनम' के अंतिम चरण के लिए 325 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की और फीस प्रतिपूर्ति के फंड को भी तुरंत जारी करने का निर्देश दिया।