आदित्य ठाकरे का ड्रोन विवाद: क्या है सच? जानें पूरी कहानी
मुंबई में ड्रोन की उड़ान पर उठे सवाल
मुंबई: पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को एक गंभीर आरोप लगाया है कि उनके निवास के पास एक ड्रोन उड़ता हुआ देखा गया है। इस घटना ने उनकी सुरक्षा और निजता को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। आदित्य ठाकरे ने बताया कि ड्रोन उनके घर के आसपास मंडरा रहा था, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह उनके आवास के अंदर झांकने का प्रयास कर रहा था। लेकिन जैसे ही घर के कर्मचारी और अन्य लोग उसे देख पाए, ड्रोन तुरंत वहां से उड़ गया।
The drone surveillance of our house today is a shameful incident, yet doesn’t shock us, with the kind of surveillance state that we live in.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) November 9, 2025
The drone hovered at our window level till we started video recording it, and then the drone went erratically up and away, when the drone…
सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
आदित्य ठाकरे ने इस घटना के बारे में जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर साझा की। उन्होंने लिखा कि आज सुबह एक ड्रोन उनके घर के ऊपर झांकता हुआ पाया गया। जब मीडिया को इस घटना की जानकारी मिली, तो मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने कहा कि यह ड्रोन बीकेसी (BKC) क्षेत्र के सर्वेक्षण के लिए मुंबई पुलिस की अनुमति से उड़ाया जा रहा था।
MMRDA का स्पष्टीकरण
इस मामले पर MMRDA की प्रतिक्रिया भी आई है। उनके अनुसार, ड्रोन वास्तव में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के सर्वेक्षण का हिस्सा था और इसके लिए उन्होंने पहले से ही मुंबई पुलिस से अनुमति प्राप्त की थी। हालांकि, आदित्य ठाकरे इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं दिखे।
उद्धव ठाकरे के सवाल
उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया कि यदि यह सर्वेक्षण था, तो ड्रोन उनके घर के अंदर क्यों झांक रहा था और तुरंत वहां से क्यों भाग गया? उन्होंने यह भी कहा कि बीकेसी एक बड़ा क्षेत्र है, फिर ड्रोन केवल उनके निवास के आसपास ही क्यों देखा गया? क्या सर्वे का उद्देश्य सिर्फ उनके घर के आसपास की जानकारी इकट्ठा करना था?
राजनीतिक चर्चा का विषय
यह घटना अब राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गई है। कई लोग इसे सुरक्षा में लापरवाही और निजता के उल्लंघन से जोड़ रहे हैं। वहीं, MMRDA का कहना है कि वह तकनीकी सर्वेक्षण के माध्यम से बीकेसी क्षेत्र के विकास की योजना पर काम कर रहा था। हालांकि, आदित्य ठाकरे ने प्रशासन से इस मामले की पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है।
