आधार कार्ड में पता अपडेट करने का आसान तरीका: जानें कैसे करें

आधार कार्ड का पता अपडेट करना क्यों है जरूरी?
Aadhaar Card Address Update: यदि आपने हाल ही में नए स्थान पर स्थानांतरित किया है, तो आपके लिए अपने आधार कार्ड का पता अपडेट करना एक महत्वपूर्ण कार्य है। आजकल, आधार कार्ड लगभग सभी सरकारी और निजी सेवाओं का आधार बन चुका है। यदि इसमें पुराना या गलत पता है, तो आपको बैंकिंग, एयरपोर्ट वेरिफिकेशन, ई-कॉमर्स डिलीवरी और सरकारी योजनाओं में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
UIDAI की सलाह
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) समय-समय पर यह सलाह देता है कि आधार की जानकारी को अपडेट रखना अत्यंत आवश्यक है। चाहे आपको पता बदलना हो या बायोमेट्रिक विवरण में सुधार करना हो, UIDAI के पोर्टल पर यह प्रक्रिया बेहद सरल बना दी गई है। विशेष रूप से, पता अपडेट करना अब ऑनलाइन कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है।
आधार कार्ड में ऑनलाइन एड्रेस बदलने का तरीका
आधार कार्ड में ऑनलाइन एड्रेस बदलने का तरीका
सबसे पहले आधार सेल्फ-अपडेट पोर्टल पर जाएं, myaadhaar.uidai.gov.in
"My Aadhaar" सेक्शन में जाकर Update Your Aadhaar पर क्लिक करें।
यहां से Update Aadhaar Online विकल्प चुनें।
अपना आधार नंबर दर्ज करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP से लॉगिन करें।
एड्रेस अपडेट करने का विकल्प चुनें।
नया पता सही-सही दर्ज करें।
आधार एड्रेस प्रूफ (जैसे आधार योग्य डॉक्युमेंट) को स्कैन करके JPEG, PNG या PDF फॉर्मेट (2MB से कम साइज) में अपलोड करें।
सबमिट करने के बाद आपको एक सर्विस रिक्वेस्ट नंबर (SRN) मिलेगा, जिससे अपडेट का स्टेटस ट्रैक किया जा सकता है।
बायोमेट्रिक अपडेट कब आवश्यक है?
कब जरूरी है बायोमेट्रिक अपडेट करना?
UIDAI के अनुसार, बच्चों के आधार में बायोमेट्रिक प्रारंभ में पूरी तरह से दर्ज नहीं होते हैं। इसलिए, जैसे ही बच्चा 15 साल का होता है, उसे अपना बायोमेट्रिक अनिवार्य रूप से अपडेट कराना चाहिए।
इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति का बायोमेट्रिक किसी चिकित्सा प्रक्रिया, दुर्घटना या अन्य कारण से बदल गया है, तो उसे आधार केंद्र पर जाकर अपडेट करना आवश्यक है।
अपडेट न करने पर संभावित समस्याएं
अगर अपडेट नहीं किया तो हो सकती हैं ये दिक्कतें
पता या जानकारी मेल नहीं खाने से बैंक ट्रांजेक्शन फेल हो सकते हैं।
एयरपोर्ट चेक-इन के समय आधार आधारित वेरिफिकेशन में परेशानी हो सकती है।
सरकारी योजनाओं का लाभ पाने में बाधा आ सकती है।
गलत जानकारी होने पर OTP या अन्य वेरिफिकेशन फेल हो सकते हैं।
अपडेटेड जानकारी से सरकार का डेटाबेस सुरक्षित रहता है और धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।