Newzfatafatlogo

इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड: 48 किमी का नया मार्ग, 25 गांवों की भूमि का अधिग्रहण

इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड का निर्माण मध्य प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो 48 किमी लंबा होगा। इस नए मार्ग से इंदौर से उज्जैन की यात्रा का समय 30 मिनट तक कम हो जाएगा। 25 गांवों की 228 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि 2028 के सिंहस्थ मेले की तैयारियों को भी बल मिलेगा। जानें इस परियोजना की सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और इसके लाभ।
 | 
इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड: 48 किमी का नया मार्ग, 25 गांवों की भूमि का अधिग्रहण

इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड का महत्व

इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड: 48 किमी नया मार्ग, 25 गांवों की भूमि का अधिग्रहण: इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड के निर्माण की घोषणा मध्य प्रदेश के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत लेकर आई है। केंद्र सरकार और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में शुरू होने वाला यह 48 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड फोरलेन प्रोजेक्ट इंदौर से उज्जैन की यात्रा को केवल 30 मिनट में पूरा करने की सुविधा प्रदान करेगा।


इस परियोजना के लिए 25 गांवों की 228 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि 2028 के सिंहस्थ मेले की तैयारियों को भी मजबूत करेगा। आइए, इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी समझते हैं।


सफर को आसान बनाएगा फोरलेन रोड

फोरलेन रोड से आसान होगा सफर: इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड का निर्माण मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों, इंदौर और उज्जैन, को जोड़ने के लिए किया जा रहा है। यह 48 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड फोरलेन रोड यात्रियों के लिए समय और सुविधा दोनों को बचाएगा।


वर्तमान में, इंदौर से उज्जैन की यात्रा ट्रैफिक और सड़क की स्थिति के कारण लंबी हो जाती है। नए रोड के निर्माण से यात्रा का समय 30 मिनट तक कम हो जाएगा। यह परियोजना 2028 में होने वाले सिंहस्थ मेले से पहले पूरी होने की योजना है, जो उज्जैन के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है।


भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया

25 गांवों की जमीन का अधिग्रहण: इस फोरलेन रोड के निर्माण पर 1370 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके लिए इंदौर के 19 और उज्जैन के 6 गांवों की कुल 228 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। यह सड़क उज्जैन में सिंहस्थ बायपास से शुरू होकर इंदौर के हातोद क्षेत्र में पितृ पर्वत तक जाएगी।


भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सरकार खसरा नंबर और दस्तावेजों के आधार पर भूमि मालिकों से संपर्क कर रही है। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय लोगों से सुझाव और आपत्तियां भी ली जाएंगी।


सर्वे और टेंडर प्रक्रिया

सर्वे और टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत: इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड के लिए सर्वे का कार्य तेजी से चल रहा है। पानी के स्रोत, पेड़, और निर्माण से संबंधित डेटा इकट्ठा किया जा रहा है। बारिश के मौसम में इस प्रोजेक्ट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी।


अगस्त 2025 तक लोगों से सुझाव और आपत्तियां मांगी जाएंगी। इसके साथ ही, सरकार मॉनसून के दौरान टेंडर प्रक्रिया को भी पूरा करने की योजना बना रही है। यह सुनिश्चित करेगा कि परियोजना समय पर शुरू हो और 2028 के सिंहस्थ से पहले पूरी हो जाए।


महत्वपूर्ण कदम

इंदौर-उज्जैन फोरलेन रोड: यह मध्य प्रदेश के विकास और यातायात सुगमता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अधिग्रहण प्रक्रिया में सहयोग करें और आधिकारिक अपडेट्स पर नजर रखें।