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उत्तर प्रदेश में स्मार्ट गांवों का विकास: 15 गांवों को मिलेगी नई पहचान

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट गांवों के विकास की योजना बनाई है। गौतमबुद्धनगर जिले में 15 गांवों को स्मार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें मायचा और घरबरा जैसे गांव शामिल हैं। इस योजना के तहत 70 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, और गांवों में आवश्यक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह विकास कार्य अगले वर्ष तक पूरा होगा। जानें इस योजना के बारे में और क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी।
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उत्तर प्रदेश में स्मार्ट गांवों का विकास: 15 गांवों को मिलेगी नई पहचान

स्मार्ट गांव योजना का विस्तार


उत्तर प्रदेश समाचार: योगी आदित्यनाथ की सरकार ने शहरी क्षेत्रों के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी "स्मार्ट विलेज" योजना को लागू करने का निर्णय लिया है। गौतमबुद्धनगर (ग्रेटर नोएडा) जिले में इस योजना के तहत 15 गांवों का विकास किया जाएगा। स्मार्ट गांवों में मायचा और घरबरा जैसे गांव शामिल हैं, जिनमें 70 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसके अलावा, 15 अन्य गांवों की मरम्मत का कार्य भी चल रहा है।


गांवों का समग्र विकास

स्मार्ट गांवों का विकास

मायचा और घरबरा सहित आठ गांवों को स्मार्ट गांवों के रूप में विकसित किया गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम विकास योजना के तहत इन गांवों को पूरी तरह से विकसित करने की योजना बनाई है। खैरपुर गुर्जर गांव को भी स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। पहले चरण में सीसी सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें सीवरेज, पेयजल पाइपलाइन और गांव की सभी गलियों का समावेश है।


सुविधाओं का विस्तार

इसके साथ ही बारात घर की मरम्मत और चारदीवारी का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे गांव की स्थिति में सुधार होगा। अधिकारियों ने बताया कि आसपास के गांवों में भी विकास कार्य तेजी से पूरे किए जाएंगे। ग्राम विकास योजना के अंतर्गत स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का कार्य भी किया जा रहा है।


विकास की लागत

स्मार्ट गांवों की पहचान

ग्राम विकास कार्यक्रम के तहत अब तक लगभग 69.09 करोड़ रुपये की लागत से मायचा, घरबरा, घंघोला, लडपुरा, तिलपता करनवास, सादुल्लापुर, कैलाशपुर और जलपुरा गांवों को स्मार्ट गांवों में परिवर्तित किया गया है। हालांकि, गांवों में नियमित सफाई की समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।


भविष्य की योजनाएं

विकास कार्यों की प्रगति

अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में 15 गांवों को स्मार्ट गांव बनाने के लिए 45.15 करोड़ रुपये की लागत से कार्य चल रहा है, जो अगले वर्ष पूरा होगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि ग्राम विकास योजना के अंतर्गत सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराकर गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है।