उत्तर प्रदेश में होमगार्ड भर्ती: 14 साल बाद नई उम्मीद
उत्तर प्रदेश में होमगार्ड भर्ती की घोषणा
उत्तर प्रदेश में होमगार्ड की सबसे बड़ी भर्ती का ऐलान 14 साल बाद किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जून 2024 में इस भर्ती की घोषणा की, जिससे प्रदेश के युवाओं में नई उम्मीद जगी है। जुलाई से भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है, जिसमें लगभग 15 लाख युवाओं के आवेदन आने की उम्मीद है। इस भर्ती में सिपाही की तरह परीक्षा और साक्षात्कार दोनों होंगे, जो एक कठोर चयन प्रक्रिया का हिस्सा हैं। इस भर्ती की तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों में उत्साह और चिंता का मिश्रण देखा जा रहा है। योगी सरकार का उद्देश्य है कि मुख्यालय स्तर पर आयोजित परीक्षा के माध्यम से योग्य उम्मीदवारों को होमगार्ड की जिम्मेदारी सौंपी जाए।योग्यता और आयु सीमा: इस भर्ती के लिए हाईस्कूल पास अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं, जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा और प्रक्रिया तेजी से शुरू होगी। होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने अधिकारियों के साथ कई बैठकों में भर्ती की रणनीति पर चर्चा की है ताकि यह प्रक्रिया पारदर्शी और तेज हो सके।
सख्त परीक्षा और चुनौतियाँ: होमगार्ड बनने के लिए अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होगा। वर्तमान में दो किलोमीटर की दौड़ को बढ़ाकर ढाई किलोमीटर करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे यह साबित हो सके कि होमगार्ड न केवल साहसिक हैं बल्कि शारीरिक रूप से भी सक्षम हैं।
महिलाओं के लिए आरक्षण: प्रदेश में होमगार्ड के कुल 118348 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से केवल 74 हजार जवान तैनात हैं। बाकी पदों को भरने के लिए यह भर्ती आवश्यक है। खास बात यह है कि भर्ती में 20 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, जो महिलाओं की सुरक्षा और भागीदारी को बढ़ावा देने की योगी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।