उत्तराखंड में मानसून का कहर: चमोली में बादल फटने से 10 लोग लापता

चमोली में बादल फटने से तबाही
- मलबे के भारी प्रवाह से छह इमारतें पूरी तरह तबाह
उत्तराखंड में मानसून का कहर, देहरादून: सितंबर का महीना आधा बीतने के बावजूद उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का कहर जारी है। चमोली जिले के नंदानगर गांव में भारी बारिश के कारण बादल फटने की घटना ने तबाही मचाई है। यह घटना बुधवार रात हुई, जिसमें 6 मकान ढह गए और 10 लोग लापता हो गए, जबकि कुछ को बचा लिया गया है।
लापता लोगों की खोज जारी
मलबे के भारी प्रवाह के कारण छह इमारतें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंच गई है। मलबे से दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि एक मेडिकल टीम और तीन एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं। खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है।
चमोली में बारिश की चेतावनी
लापता 10 लोगों में से छह कुंत्री लागा फली गांव के, दो सरपानी के और दो धुरमा के बताए जा रहे हैं। सबसे उम्रदराज व्यक्ति 75 वर्ष का है, जबकि सबसे कम उम्र के दो बच्चे 10 वर्ष के हैं। मौसम विभाग ने चमोली में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बादल फटने के कारण कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं।
चार दिन पहले देहरादून में बादल फटने से कम से कम 13 लोगों की जान गई थी, सड़कें बह गईं और कई घर-दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। दो बड़े पुल गिरने से शहर के आसपास के क्षेत्रों से संपर्क टूट गया। राज्य सरकार ने देहरादून, चंपावत और उधम सिंह नगर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और 20 सितंबर तक भारी बारिश, भूस्खलन और बुनियादी ढांचे के गिरने की चेतावनी दी है।