ओडिशा में चक्रवात मोंथा से बाढ़ की स्थिति, स्थानीय निवासियों की चिंताएं बढ़ीं
चक्रवात मोंथा का कहर
ओडिशा में चक्रवात मोंथा ने भारी तबाही मचाई है। बरहमपुर नगर निगम के शांतिनगर छठी लेन में 20 से अधिक घरों में सीवेज और नालियों का पानी भर गया है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। मंगलवार रात से जारी तेज बारिश ने क्षेत्र में जलभराव की समस्या उत्पन्न कर दी है। सूत्रों के अनुसार, गंदा पानी घरों में घुसने के कारण लोग पूरी रात जागते रहे। घुटनों तक पानी भर जाने से घरों का सामान खराब हो गया और लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया। इस क्षेत्र में लगभग 100 परिवार निवास करते हैं।
जलभराव की समस्या और नगर निगम की लापरवाही
मुख्य नाला बारिश का पानी निकालने में असफल रहा, जिसके कारण पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम ने नालों की सफाई नहीं की, जिससे हर बार थोड़ी बारिश में भी जलभराव हो जाता है।
निवासियों की मांग
निवासियों की मांग- तुरंत नालों की सफाई की जाए
जानकारी के अनुसार, आधी रात तक पूरी गली पानी में डूब गई थी। बारिश के साथ नालों का पानी मिलकर लोगों के आंगन और घरों में घुस गया। कई परिवारों ने जरूरी सामान ऊंचे स्थानों पर रख दिए और पूरी रात जागते रहे, डर था कि पानी और न बढ़ जाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि बरहमपुर नगर निगम शायद ही कभी नालों की सफाई करता है।
चक्रवात मोंथा का प्रभाव
चक्रवात ‘मोंथा’ के प्रभाव से भारी बारिश
इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण ओडिशा में हो रही भारी बारिश को चक्रवात ‘मोंथा’ के अवशिष्ट प्रभाव का नतीजा बताया है, जिसने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश तट पर लैंडफॉल किया। मौसम विभाग ने मालकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, कालाहांडी और नवरंगपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि गजपति, कंधमाल, बालांगीर और नुआपाड़ा जिलों के लिए ऑरेंज चेतावनी दी गई है।
