काणाताल: उत्तराखंड की शांतिपूर्ण यात्रा स्थल
काणाताल, उत्तराखंड का एक छोटा सा गांव है, जो नैनीताल और मसूरी की भीड़ से दूर एक शांतिपूर्ण अनुभव प्रदान करता है। यहां के घने जंगल, हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियां और टिहरी झील जैसे आकर्षण इसे एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाते हैं। काणाताल में सुरकंडा देवी मंदिर और कोडाई जंगल जैसी जगहें भी हैं, जो यात्रियों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। सितंबर से नवंबर के बीच यहां यात्रा करना सबसे अच्छा माना जाता है।
Sep 13, 2025, 17:29 IST
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काणाताल की खूबसूरती
वर्तमान में, नैनीताल और मसूरी में पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है, जिससे कई लोग ऊब जाते हैं। ऐसे में, जो लोग शांति और प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में हैं, उनके लिए काणाताल एक बेहतरीन विकल्प है। यह छोटा सा गांव, जो टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है, देहरादून से लगभग 78 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां के घने देवदार और ओक के जंगल और हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का दृश्य अद्भुत है। इस स्थान का वातावरण आपको ताजगी का अनुभव कराएगा।
काणाताल की विशेषताएँ
काणाताल का नामकरण
काणाताल का नाम 'काणाताल' झील के नाम पर रखा गया था, जो अब सूख चुकी है। यह स्थान अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। जो लोग जीवन की भागदौड़ से थक चुके हैं, उनके लिए यह जगह एक आदर्श पर्यटन स्थल है।
काणाताल में घूमने के प्रमुख स्थल
- टिहरी झील: काणाताल के निकट स्थित, यह एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झीलों में से एक है। यहां बोटिंग और जेट स्कीइंग जैसे जल खेलों का आनंद लिया जा सकता है।
- सुरकंडा देवी मंदिर: यह मंदिर पहाड़ों के बीच स्थित है और यहां पहुंचने के लिए थोड़ी ट्रेकिंग करनी पड़ती है। मंदिर से हिमालय की चोटियों और आसपास की घाटियों का 360 डिग्री दृश्य देखने को मिलता है।
- कोडाई जंगल: काणाताल में यह जंगल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यहां पर चलने के लिए जा सकते हैं और हिमालय की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
काणाताल जाने का सही समय
काणाताल घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर से नवंबर के बीच होता है। यदि आप बर्फबारी का अनुभव करना चाहते हैं, तो दिसंबर से फरवरी के बीच यात्रा कर सकते हैं।