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कानपुर में गंगा में डूबे किशोर: क्या है इस दर्दनाक हादसे की कहानी?

कानपुर के महाराजपुर क्षेत्र में गंगा नदी में स्नान करने गए तीन किशोरों में से दो डूब गए हैं। गोविंद खरवार और कार्तिक सिंह तेज बहाव में बह गए, जबकि रौनक दुबे ने खुद को बचा लिया। घटना के तीन घंटे बाद पुलिस को सूचित किया गया, लेकिन लापता किशोरों का कोई सुराग नहीं मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल की बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। यह घटना सुरक्षा इंतज़ामों की आवश्यकता को उजागर करती है।
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कानपुर में गंगा में डूबे किशोर: क्या है इस दर्दनाक हादसे की कहानी?

कानपुर में गंगा नदी में हुआ हादसा

Kanpur Water Accident : उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के महाराजपुर क्षेत्र में शुक्रवार को एक दुखद घटना घटी, जब तीन किशोर गंगा नदी में स्नान करने गए। इनमें से दो किशोर, गोविंद खरवार और कार्तिक सिंह, तेज बहाव में बह गए और अब तक उनका कोई पता नहीं चला है। तीसरा किशोर, रौनक दुबे, किसी तरह खुद को बचाने में सफल रहा और सुरक्षित बाहर निकल आया।


साइकिल से गंगा तट पर पहुंचे तीन दोस्त

तीनों दोस्त साइकिल से पहुंचे थे गंगा तट
जानकारी के अनुसार, रौनक दुबे (चकेरी निवासी), गोविंद खरवार (शंकरपुर, अहिरवां निवासी) और कार्तिक सिंह (उत्तम आईटीआई, चकेरी मोड़ निवासी) शाम के समय साइकिल से महाराजपुर के शेखपुर गांव स्थित गंगा तट पर नहाने गए थे। नहाते समय गोविंद और कार्तिक तेज धार में बह गए, जबकि रौनक ने किसी तरह खुद को बचा लिया।


पुलिस को सूचना में हुई देरी

पुलिस को देर से मिली घटना की जानकारी 
रौनक ने घटना के तीन घंटे बाद पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही महाराजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और खोजबीन शुरू की। हालांकि, कई घंटों की कोशिशों के बावजूद लापता किशोरों का कोई सुराग नहीं मिला।


गंगा की तेज धार बनी बाधा

गंगा की तेज धार बनी बाधा
स्थानीय निवासियों के अनुसार, हाल की बारिश और पहाड़ों से आए पानी के कारण गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे धार भी तेज हो गई है। यह संभावना जताई जा रही है कि किशोर गहरे पानी और तेज बहाव का सही अंदाजा नहीं लगा पाए और इसी कारण बह गए।


परिजनों और प्रशासन में चिंता का माहौल

प्रशासन और परिजनों में चिंता का माहौल
घटना की जानकारी मिलते ही किशोरों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और अपने बच्चों की तलाश में जुट गए। प्रशासन ने भी जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन जारी रखा है।


सुरक्षा इंतज़ामों की आवश्यकता

यह घटना न केवल परिवारों के लिए एक त्रासदी है, बल्कि समाज और प्रशासन के लिए भी एक चेतावनी है कि नदी में स्नान के दौरान सुरक्षा इंतज़ाम और जन जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। यह समय है कि बच्चों और युवाओं को ऐसे जोखिम भरे क्षेत्रों में जाने से पहले सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया जाए।