क्या TikTok M2 ऐप भारत में फिर से करेगा धमाल?

TikTok M2 ऐप का नया अवतार, क्या भारत में होगी वापसी?
TikTok M2 ऐप ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है। बाइटडांस द्वारा पेश किया गया यह नया ऐप विशेष रूप से अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के लिए विकसित किया जा रहा है, लेकिन भारत में भी इसके बारे में चर्चा हो रही है। अमेरिका में सुरक्षा चिंताओं के कारण, टिकटॉक को 17 सितंबर 2025 तक किसी अमेरिकी कंपनी को सौंपना होगा, अन्यथा बैन का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में, टिकटॉक M2 ऐप को बाइटडांस का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। क्या यह नया ऐप पुराने टिकटॉक की लोकप्रियता को फिर से हासिल कर पाएगा? और सबसे बड़ा सवाल, क्या भारत में टिकटॉक की वापसी संभव है? आइए, इस दिलचस्प विषय पर विस्तार से जानते हैं।
TikTok M2 ऐप की नई विशेषताएँ
टिकटॉक M2 ऐप, पुराने टिकटॉक का उन्नत संस्करण है, जिसमें नया इंटरफेस और बेहतर सुरक्षा सुविधाएँ शामिल होंगी। अमेरिका में मौजूदा टिकटॉक ऐप को ऐप स्टोर से हटाकर M2 को लॉन्च किया जाएगा। उपयोगकर्ताओं को M2 डाउनलोड करने की सलाह दी जाएगी। यह बदलाव इसलिए आवश्यक है क्योंकि ऐप्पल की कड़ी नीतियों के कारण बाइटडांस पुराने ऐप में संशोधन नहीं कर सकता। अमेरिका में 170 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं, विशेषकर iPhone उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए, बाइटडांस ने यह नया रास्ता अपनाया है। M2 का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को वही मनोरंजन प्रदान करना है, लेकिन एक अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म पर।
अमेरिका में टिकटॉक पर बैन का इतिहास
अमेरिका में टिकटॉक पर बैन का मामला पुराना है। पहले इसकी डेडलाइन जनवरी 2025 थी, जिसे डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय के बाद बढ़ाकर 17 सितंबर 2025 कर दिया गया। अमेरिकी सरकार का कहना है कि टिकटॉक उपयोगकर्ताओं का डेटा चीन में संग्रहीत होता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। यदि बाइटडांस टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को ट्रांसफर कर देती है, तो ये चिंताएँ कम हो सकती हैं। टिकटॉक M2 ऐप इसी दिशा में एक कदम है, जो डेटा सुरक्षा के नए मानक स्थापित कर सकता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह रणनीति सफल होगी?
भारत में टिकटॉक की वापसी की संभावनाएँ
भारत में 2020 के गलवान घाटी विवाद के बाद टिकटॉक सहित कई चीनी ऐप्स पर बैन लगा था। तब से फैंस इसकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। टिकटॉक M2 ऐप की खबरों ने भारत में भी हलचल मचा दी है, लेकिन इसकी वापसी पूरी तरह से सरकार के निर्णय पर निर्भर है। यदि डेटा सुरक्षा के मामले में भारत सरकार संतुष्ट होती है, तो शायद टिकटॉक M2 के माध्यम से पुरानी लोकप्रियता लौट सके। तब तक, फैंस यही उम्मीद कर रहे हैं कि M2 भारत में भी धमाल मचाए।