क्या पप्पू यादव की 'आई लव यू' टिप्पणी से बिहार चुनाव में बनेगा नया समीकरण?

पप्पू यादव का मजेदार बयान
Pappu Yadav News : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में तेजी आ गई है, और इस बीच निर्दलीय सांसद पप्पू यादव एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम ने उन्हें 'आई लव यू' कहा, जिस पर उन्होंने मजाक में 'आई लव यू टू' का जवाब दिया। यह बयान हल्के-फुल्के अंदाज में दिया गया, लेकिन इसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उपस्थित लोगों ने इस पर हंसते हुए प्रतिक्रिया दी, लेकिन इसे चुनावी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री से मंच साझा करने का महत्व
पप्पू यादव ने यह भी बताया कि वे पूर्णिया से सांसद हैं, और जब प्रधानमंत्री उनके क्षेत्र में आते हैं, तो उनका स्वागत करना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने पूर्णिया एयरपोर्ट और वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए आवाज उठाई थी, और जब तक यह ट्रेन शुरू नहीं हुई, उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा देने की बात भी की थी। बाद में ट्रेन चालू होने पर उन्होंने अपना वादा निभाया।
घुसपैठियों और वोटिंग सिस्टम पर सवाल उठाते हुए
चुनावी चर्चा के दौरान, पप्पू यादव ने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने के लिए क्या ठोस कदम उठाए हैं? उन्होंने तंज करते हुए कहा कि क्या नेहरू, इंदिरा या राजीव गांधी ने मोदी को ऐसा करने से रोका था? उन्होंने यह भी दावा किया कि आज भी लाखों लोग दोहरे नाम से वोट डालते हैं। हरियाणा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति का नाम सात जगह वोटर लिस्ट में था और सभी जगह वोट डाले गए।
बिहार चुनाव में जनसुराज और महागठबंधन की टक्कर
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे और 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है, वहीं प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। ऐसे में पप्पू यादव जैसे प्रभावशाली क्षेत्रीय नेताओं की भूमिका चुनाव परिणामों में महत्वपूर्ण हो सकती है।
पप्पू यादव की राजनीतिक संभावनाएं
पप्पू यादव, जो अपनी स्पष्टवादी और तुनकमिजाज छवि के लिए जाने जाते हैं, भले ही निर्दलीय हों, लेकिन उनकी जमीनी पकड़ को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी के साथ 'आई लव यू' वाला संवाद एक हल्का पल था, लेकिन इसका संदेश यह है कि वे खुद को दिल्ली और बिहार दोनों में समीकरणों का हिस्सा बना रहे हैं। इस चुनाव में उनकी सक्रियता का प्रभाव कितना होगा, यह तो भविष्य बताएगा, लेकिन उन्होंने एक बार फिर से खुद को चर्चा में ला दिया है।