क्या प्रशांत किशोर ने राघोपुर से चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दिया? जानें जन सुराज पार्टी की नई रणनीति

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
Bihar Election News 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जन सुराज पार्टी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। पार्टी ने तेजस्वी यादव की पारंपरिक सीट राघोपुर से अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है। प्रशांत किशोर, जो इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावना रखते थे, अब चंचल सिंह को उम्मीदवार बना दिया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशांत किशोर अब राघोपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
प्रशांत किशोर की संभावित सीटें
PK की चुनाव लड़ने की दो संभावित सीटें थीं
प्रशांत किशोर के लिए चुनाव लड़ने की दो संभावित सीटें राघोपुर (वैशाली) और करगहर (रोहतास) थीं। अब, पार्टी ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। करगहर से रितेश रंजन पांडेय को टिकट दिया गया है, जिससे प्रशांत किशोर की चुनावी दावेदारी की संभावनाएं काफी कम हो गई हैं।
उम्मीदवारों की सूची
13 अक्टूबर को दूसरी सूची जारी
जन सुराज पार्टी ने 13 अक्टूबर को उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें कुल 65 नाम शामिल थे। इनमें 19 सुरक्षित सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे गए। इससे पहले, 9 अक्टूबर को पहली सूची में 51 प्रत्याशियों के नाम थे।
सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना
राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा
प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जन सुराज पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस उद्देश्य के तहत पार्टी चरणबद्ध तरीके से प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है।
प्रमुख उम्मीदवारों की जानकारी
प्रमुख उम्मीदवार और सीटें
जन सुराज पार्टी की सूची में कई प्रमुख नाम शामिल हैं, जैसे वाल्मीकिनगर से दिग नारायण प्रसाद, लौरिया से सुनील कुमार, ढाका से लाल बहादुर प्रसाद, सुरसंड से उषा किरण, और मुजफ्फरपुर से डॉ. अमन कुमार दास। इसके अलावा, बिहारशरीफ से दिनेश कुमार, पटना कुम्हरार से केसी सिन्हा और आरा से विजय कुमार गुप्ता भी चुनावी मैदान में उतरेंगे।
जनाधार बढ़ाने की रणनीति
जनाधार बढ़ाने की रणनीति
पार्टी ने विभिन्न सामाजिक, जातीय और क्षेत्रीय समूहों से प्रत्याशी चुनकर यह संकेत दिया है कि वह व्यापक जनाधार बनाने की कोशिश में है। कई नए और पढ़े-लिखे चेहरे टिकट पाए हैं, जो पार्टी की "नए भारत के लिए नई राजनीति" की सोच को दर्शाते हैं।
प्रशांत किशोर की चुनावी महत्वाकांक्षा
प्रशांत किशोर द्वारा स्वयं चुनाव लड़ने की संभावनाएं अब काफी कम हो गई हैं। उनकी पार्टी ने राघोपुर और करगहर जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर अन्य प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर यह स्पष्ट कर दिया है कि वे संगठन को प्राथमिकता दे रहे हैं, न कि व्यक्तिगत चुनावी महत्वाकांक्षा को।