क्या मध्य प्रदेश पुलिस की उप पुलिस अधीक्षक पर लगा चोरी का आरोप है सच?
जहांगीराबाद में चोरी का मामला
जहांगीराबाद: मध्य प्रदेश पुलिस की एक वरिष्ठ अधिकारी पर चोरी का गंभीर आरोप लगा है। उप पुलिस अधीक्षक (DSP) कल्पना रघुवंशी के खिलाफ उनके परिचित के घर से 2 लाख रुपये और एक मोबाइल फोन चुराने का मामला दर्ज किया गया है। यह घटना भोपाल के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में हुई है, जिसने पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पीड़िता का बयान
पीड़िता ने बताया कि उसने अपना मोबाइल फोन चार्जिंग पर रखा था और नहाने चली गई थी। इसी दौरान, DSP कल्पना रघुवंशी उसके घर में आईं और हैंडबैग में रखे पैसे और मोबाइल फोन लेकर चली गईं। जब वह वापस लौटीं, तो बैग से रुपये और फोन दोनों गायब थे।
CCTV फुटेज में मिली सबूत
CCTV फुटेज में कैद हुई महिला अफसर की हरकत
घटना के बाद, पीड़िता ने अपने घर के CCTV कैमरों की जांच की, जिसमें DSP कल्पना रघुवंशी के घर में आने और जाते हुए फुटेज दिखाई दी। सूत्रों के अनुसार, वीडियो में वह बाहर निकलते समय करेंसी नोटों का बंडल पकड़े हुए नजर आईं। यह देखकर पीड़िता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
The Seoni DSP Pooja Pandey hawala loot case hadn’t even ended when a new incident emerged in Bhopal. DSP Kalpana Raghuvanshi, posted at PHQ, stole Rs 2 lakh and a mobile from her friend’s house and fled. The case was registered on October 2, and now CCTV footage is viral. pic.twitter.com/pBFDAPpkoz
— farhanayyubi@yahoomail.com (@farhanayyubid) October 29, 2025
पुलिस कार्रवाई
DSP के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज
शिकायत और CCTV साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने कल्पना रघुवंशी के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है। वर्तमान में आरोपी DSP फरार हैं और पुलिस की कई टीमें उनकी खोज में जुटी हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिट्टू शर्मा ने बताया कि शिकायतकर्ता का मोबाइल फोन आरोपी के घर से बरामद किया गया है। फुटेज में वह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं।
जांच की प्रक्रिया
पुलिस जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चोरी किए गए 2 लाख रुपये अभी तक बरामद नहीं हुए हैं। पुलिस मुख्यालय ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है और उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है।
विभाग में हड़कंप
विभाग में मचा हड़कंप, सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना ने पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है और कहा है कि मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
