क्या है नीतीश कुमार और हिजाब विवाद? जीतनराम मांझी ने दी अपनी राय
जीतनराम मांझी का बयान
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतनराम मांझी ने आयुष विभाग में कार्यरत एक महिला डॉक्टर के हिजाब खींचने के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा कि इस मुद्दे को अनावश्यक रूप से बढ़ाया जा रहा है। गया में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिशों की आलोचना की।
मांझी की टिप्पणी
मांझी ने कहा कि यदि यह घटना किसी युवा व्यक्ति द्वारा होती, तो समझ में आता, लेकिन 74 वर्षीय अनुभवी नेता नीतीश कुमार को इस तरह देखना अनुचित है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने अनुभव और उम्र के कारण ऐसे मामलों में अभिभावक की दृष्टि से देखे जाने चाहिए। उनके अनुसार, यह मुद्दा राजनीतिक या सांप्रदायिक नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब महिला डॉक्टर मरीजों के सामने होती हैं, तो उनकी पेशेवर छवि महत्वपूर्ण होती है। मंच पर उन्हें टोका जाना गलत नहीं था। मांझी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर इस घटना को सांप्रदायिक मुद्दा बनाकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री की मंशा गलत नहीं थी और उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने का निर्णय लिया है। मांझी ने अपील की कि डॉक्टर को राजनीति से दूर रहकर निर्भीकता से अपनी सेवा शुरू करनी चाहिए।
विवाद की शुरुआत
यह विवाद तब शुरू हुआ जब पटना में एक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुस्लिम महिला डॉक्टर नुसरत परवीन से प्रमाण पत्र लेते समय उनके चेहरे से हिजाब खींचने की कोशिश की। इस घटना के दौरान मंच पर मौजूद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन तब तक घटना हो चुकी थी।
इस मामले ने बिहार की राजनीति के साथ-साथ देशभर में हलचल मचा दी। विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री की आलोचना की और माफी तथा इस्तीफे की मांग की। वहीं कुछ नेताओं ने नीतीश का समर्थन किया। कुछ ने उन्हें पिता की तरह बताया, जबकि कुछ ने कहा कि उन्होंने सही किया।
नीतीश कुमार अपने विवादित बयानों और कार्यों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं और उनके खिलाफ राजनीतिक बहस होती रही है। यह मामला भी उनके विवादित व्यक्तित्व की एक और मिसाल बन गया है।
