ग्रेटर नोएडा में नए एसटीपी का निर्माण, 12 महीने में होगा तैयार

ग्रेटर नोएडा में नए एसटीपी का निर्माण
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आईटी सिटी में 12 एमएलडी क्षमता वाले अत्याधुनिक एसटीपी के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इसके लिए सीवर विभाग ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना की लागत लगभग 42 करोड़ रुपये है और इसे 12 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह एसटीपी एनजीटी द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करते हुए ट्रसरी ट्रीटमेंट तकनीक पर आधारित होगा।
ग्रेटर नोएडा में पहले से मौजूद एसटीपी
पहले से है 4 एसटीपी
ग्रेटर नोएडा में चार एसटीपी पहले से स्थापित हैं। इनमें बादलपुर का एसटीपी 2 एमएलडी, कासना का 137 एमएलडी, ईकोटेक-2 का 15 एमएलडी और ईकोटेक-3 का 20 एमएलडी है। इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-1 में एक और एसटीपी निर्माणाधीन है, जिसकी क्षमता 45 एमएलडी है।
पानी की गुणवत्ता में सुधार
पानी को बनाया जाएगा स्वच्छ
एनजीटी ने एसटीपी से शोधित पानी की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में, एसटीपी से निकलने वाले पानी में फिकल की मात्रा 230 मिलीग्राम प्रति लीटर है, जिसे एनजीटी ने 100 से नीचे लाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, टीडीएस और बीओडी-सीओडी की मात्रा को भी कम किया जाएगा, जिससे जल प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
आईटी सिटी में शुद्ध पानी की उपलब्धता
आईटी सिटी में मिलेगा शुद्ध पानी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीवर विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक विनोद शर्मा ने बताया कि आईटी सिटी में 12 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी का निर्माण जल्द शुरू होगा। टेंडर प्रक्रिया चल रही है और इस परियोजना की लागत 42 करोड़ रुपये है। एसटीपी का निर्माण 12 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
एनजीटी के निर्देशों का पालन
एनजीटी के निर्देश का होगा पालन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कहा कि एनजीटी के निर्देशों का पालन करते हुए प्राधिकरण एसटीपी के निर्माण के लिए प्रयासरत है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एसटीपी का निर्माण शुरू हो चुका है और आईटी सिटी में टेंडर प्रक्रिया चल रही है। सभी एसटीपी को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने का कार्य भी जारी है। प्राधिकरण की कोशिश है कि ट्रीटेड वाटर को और स्वच्छ बनाया जा सके।