Newzfatafatlogo

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नई रेल सेवा का शुभारंभ

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नई रेल सेवा का शुभारंभ किया गया है, जो ग्वालियर से बेंगलुरु के बीच सीधी ट्रेन सेवा प्रदान करेगी। यह सुविधा युवाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी, क्योंकि इससे IT क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे छात्रों को सीधे बेंगलुरु पहुंचने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अवसर पर महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। जानें इस नई सेवा के बारे में और क्या-क्या लाभ होंगे स्थानीय लोगों को।
 | 
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नई रेल सेवा का शुभारंभ

मुख्यमंत्री का बयान


मध्य प्रदेश समाचार : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर शिक्षा, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। आने वाले समय में ग्वालियर-चंबल संभाग व्यापार और रोजगार का एक नया केंद्र बन जाएगा, जिससे युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे।


चंबल क्षेत्र के लिए नई रेल सेवा

मोदी सरकार की सौगात

मोदी सरकार ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र के लोगों की एक पुरानी मांग को पूरा करते हुए ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू की है। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और अन्य अतिथियों ने इस नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम में भाग लिया।


रेल मंत्री का बयान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत सरकार ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण रेल सुविधा प्रदान की है। अब स्थानीय लोग सीधे ग्वालियर से बेंगलुरु पहुंच सकेंगे, जो विशेष रूप से युवाओं के लिए एक बड़ा तोहफा है। इस साप्ताहिक रेल सेवा से IT क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे छात्रों को विशेष लाभ होगा। उन्होंने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश को रेलवे सुविधाओं के क्षेत्र में कई सौगातें मिली हैं, जिसमें ग्वालियर का पुनर्निर्माण भी शामिल है।


ग्वालियर के लिए ऐतिहासिक दिन

एक महत्वपूर्ण अवसर

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज ग्वालियर के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। अब ग्वालियर को दक्षिण से जोड़ने वाली इस नई सुविधा से हजारों लोगों को सीधे बेंगलुरु पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी। उन्होंने यह भी बताया कि बेंगलुरु रेलवे स्टेशन महान इंजीनियर विश्वेश्वरैया के नाम पर है, जिन्होंने ग्वालियर के तिघरा डैम की डिजाइन बनाई थी।


ग्वालियर का ऐतिहासिक महत्व

1872 में शुरू हुई रेल सेवा

सिंधिया ने बताया कि ग्वालियर एक ऐतिहासिक शहर है, जहां 1872 में रेल सेवा शुरू हुई थी। उस समय यह ग्वालियर से शिवपुरी, श्योपुर और भिण्ड के लोगों को जोड़ती थी। उन्होंने कहा कि नई रेल सुविधा से लगभग 40 लाख लोगों को लाभ होगा, न केवल ग्वालियर, बल्कि शिवपुरी, गुना और अशोकनगर के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। ग्वालियर को कोटा से जोड़ने का प्रयास भी किया जाएगा।