चंडीगढ़ का जेईई एडवांस में प्रदर्शन: 2017-2018 के बाद कोई एआईआर-1 नहीं

चंडीगढ़ का जेईई एडवांस में प्रदर्शन
चंडीगढ़ में जेईई एडवांस में एआईआर-1 की कमी: पिछले सात वर्षों में चंडीगढ़ से कोई भी छात्र जेईई एडवांस में एआईआर-1 हासिल नहीं कर सका है। हालांकि, 2017 और 2018 में लगातार दो वर्षों तक ट्राईसिटी से ऑल इंडिया टॉपर बने थे।
2017 में पंचकूला के भवन विद्यालय के छात्र सर्वेश महतानी और 2018 में इसी विद्यालय के प्रणव गोयल ने एआईआर-1 प्राप्त किया था। इसके बाद से अब तक कोई भी छात्र इस स्थान पर नहीं पहुंच सका है। विशेषज्ञ सदानंद वाणी का कहना है कि शीर्ष स्थान पाने के लिए तैयारी पहले से शुरू करना आवश्यक है। देखा गया है कि जो छात्र 7वीं या 8वीं कक्षा से जेईई की तैयारी शुरू करते हैं, वे अच्छे रैंक प्राप्त करने में सफल होते हैं।
जेईई एडवांस में टॉप-100 में स्थान
• 2017 - सर्वेश के अलावा आशीष ने 7वां, रचित बंसल ने 29वां, शशिजी गुप्ता ने 30वां, मंथन जिंदल ने 32वां, हिमांशु शियोराण ने 59वां, सक्षम दुल ने 66वां और शिवम बंसल ने 68वां रैंक हासिल किया।
• 2018 - प्रणव गोयल के अलावा नील आर्यन गुप्ता ने 10वां, साहिल सूद ने 36वां और अनीश गर्ग ने 52वां रैंक प्राप्त किया।
• 2019 - यतिन जिंदल ने 94वां रैंक हासिल किया। • 2020 - ध्वनित बेनिवाल ने 10वां रैंक प्राप्त किया। अन्य में गुरप्रीत सिंह वाधवा ने 23वां, हेमंक बजाज ने 71वां, कार्तिक शर्मा ने 87वां और तानिश टुटेजा ने 96वां रैंक हासिल किया।
• 2021 - चैतन्य अग्रवाल ने 8वां रैंक प्राप्त किया। गुरअमृत सिंह ने 26वां और खुशांग सिंगला ने 30वां रैंक हासिल किया।
• 2022 - चिन्मय खोकर ने 42वां रैंक प्राप्त किया। हर्ष जाखड़ ने 48वां, अनिरुद्ध गर्ग ने 50वां और निवेश अग्रवाल ने 60वां रैंक हासिल किया। जुड़वा भाईयों में सौमिल बंसल ने 69वां और सौम्या बंसल ने 70वां रैंक प्राप्त किया।
• 2023 - राघव गोयल ट्राईसिटी के टॉपर बने। मौलिक जिंदल दूसरे और काम्यक चानना तीसरे स्थान पर रहे। हर्ष टाया ने 68वां रैंक हासिल किया।
• 2024 - वेदांत सैनी ने 14वां और मयंक जैन ने 68वां रैंक प्राप्त किया।