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चंडीगढ़ में 198 टीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति, 25,514 उम्मीदवारों ने दी परीक्षा

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने हाल ही में 198 टीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए हैं। यह नियुक्तियाँ उन उम्मीदवारों को दी गई हैं जिनकी चयन प्रक्रिया में कोई आपत्ति नहीं थी। इस भर्ती प्रक्रिया में 25,514 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। जानें इस भर्ती के पीछे की कहानी और शिक्षा विभाग की योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी।
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चंडीगढ़ में 198 टीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति, 25,514 उम्मीदवारों ने दी परीक्षा

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की नई नियुक्तियाँ

चंडीगढ़ में शिक्षा विभाग ने 198 टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स) को नियुक्ति पत्र सौंपे: चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग ने वीरवार को पीजीजीसीजी-42 में 198 टीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह नियुक्ति पत्र चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और मुख्य सचिव राजीव वर्मा द्वारा वितरित किए गए।


पहले चरण में उन उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं जिनकी मेरिट या चयन प्रक्रिया में कोई आपत्ति नहीं थी। अब जल्द ही इन शिक्षकों को स्कूलों में तैनात किया जाएगा, जिससे पहले से कार्यरत 2,197 टीजीटी की संख्या में वृद्धि होगी। इस अवसर पर पिछले एक वर्ष से निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया में लगे टीम के सदस्यों को प्रशंसा पत्र भी दिए गए।


टीजीटी के 303 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पिछले वर्ष फरवरी में शुरू हुई थी, जिसमें 25,514 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी। वर्तमान में चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के अंतर्गत 111 सरकारी स्कूल हैं, जिनमें लगभग 1.50 लाख छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से 62,021 छात्र माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर हैं।


शिक्षा विभाग द्वारा पिछले डेढ़ साल में जिन पदों की भर्ती की जा रही है, वे वही पद हैं जो पहले रद्द कर दिए गए थे। गृह मंत्रालय ने 2023 में 1036 पदों को फिर से भरने की मंजूरी दी थी, जिसके बाद 993 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी।


चंडीगढ़ में पदों की संख्या


शिक्षा विभाग में कुल 4725 स्वीकृत पद थे, जिनमें से 1082 पद समाप्त हो चुके हैं।


2015 के बाद पहली बार बड़े पैमाने पर भर्ती


शिक्षा विभाग 2015 के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्ती कर रहा है। इसमें एनटीटी के 100, पीजीटी के 98, जेबीटी के 396, टीजीटी के 303 और विशेष शिक्षकों के 96 पद शामिल हैं। कुल 993 में से अब तक 665 को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं। शेष 328 शिक्षकों को कानूनी अड़चनों के कारण अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाए हैं।


प्रशासक कटारिया ने नए शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें आदर्श बनना चाहिए। उनका आचरण, कार्य और प्रेरणा छात्रों के जीवन को आकार देंगे। शिक्षक केवल ज्ञान का स्रोत नहीं होते, बल्कि वे एक विचारशील, अनुशासित और नैतिक समाज के निर्माता भी होते हैं।


शिक्षकों को सीखना कभी नहीं छोड़ना चाहिए। जिस दिन शिक्षक सीखना बंद कर देता है, उसी दिन वह पढ़ाना भी बंद कर देता है। इस अवसर पर मुख्य सचिव राजीव वर्मा, शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी और स्कूल शिक्षा निदेशक हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ भी उपस्थित थे।