Newzfatafatlogo

जयपुर स्कूल में 7 साल की बच्ची के साथ बलात्कार: क्या है सुरक्षा व्यवस्था का हाल?

जयपुर के एक स्कूल में एक सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार की घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। आरोपी ने स्कूल परिसर में घुसकर इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना की कड़ी निंदा की है, जिससे राज्य में लड़कियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। जानें इस घटना के सभी पहलुओं के बारे में।
 | 
जयपुर स्कूल में 7 साल की बच्ची के साथ बलात्कार: क्या है सुरक्षा व्यवस्था का हाल?

जयपुर में दिल दहला देने वाली घटना


राजस्थान क्राइम न्यूज़: शनिवार को जयपुर के एक विद्यालय में एक सात वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार की घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। पुलिस के अनुसार, यह भयावह घटना स्कूल परिसर में हुई, जहां आरोपी ने दीवार फांदकर प्रवेश किया। स्थानीय लोगों ने आरोपी को भागते हुए देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला न केवल बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति को भी उजागर करता है।


घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, 35 वर्षीय आरोपी ने स्कूल की दीवार फांदकर अंदर प्रवेश किया और एक शौचालय में छिप गया, जहां उसने मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। बच्ची की चीखें सुनकर स्कूल का स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा और आरोपी को पकड़ लिया। बच्ची ने अपनी शिक्षिका को पूरी घटना बताई, जिसके बाद अभिभावकों और पुलिस को सूचित किया गया। गांधी नगर थाने के SHO ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और मामला POCSO एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।


आरोपी की गिरफ्तारी और स्थानीय लोगों की भूमिका

स्थानीय निवासियों ने आरोपी को स्कूल की दीवार फांदकर भागते हुए देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने उसे पकड़ने में सफल रही। SHO गांधी नगर थाने के अनुसार, आरोपी को रविवार को औपचारिक गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शनिवार दोपहर को हुई थी।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा कि "जयपुर के एक स्कूल में सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार राज्य में लड़कियों की सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है।" उनकी इस टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है, जहां कई लोग कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।


जांच और परिवार का दर्द

पीड़ित बच्ची के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और जांच अधिकारी हर पहलू पर ध्यान दे रहे हैं। बच्ची को सभी आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है, साथ ही मनोवैज्ञानिक समर्थन भी दिया जा रहा है। पुलिस ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं, और आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह घटना बाल अधिकारों की रक्षा में समाज की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठाती है।