जींद में जल संरक्षण के लिए जन स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता

जल की बर्बादी रोकने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग की पहल
- जिला में 350 घरों का सर्वे, 15 कनेक्शन काटे गए, गांव जाजवान में खेती के लिए पेयजल का उपयोग कर रहे तीन कनेक्शन काटे गए।
- सर्वे के दौरान 20 नलों पर टेप लगाई गई और 22 अस्वच्छ कनेक्शन को ठीक किया गया।
(जींद) जल की बर्बादी को रोकने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता दिखाई है। जल संरक्षण अभियान के तहत, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन ने ग्राम पंचायतों के सहयोग से जिले भर में जल संरक्षण की मुहिम चलाई। इस दौरान 15 से अधिक कनेक्शन काटे गए और 85 लोगों को नोटिस जारी किए गए। 20 नलों पर टेप लगाई गई और 22 अस्वच्छ कनेक्शन को सुधारने का कार्य किया गया। इस कार्रवाई से अवैध कनेक्शनधारकों में हड़कंप मच गया है।
ग्राम पंचायत और बुद्धिजीवियों ने इस अभियान की सराहना की और जल संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। शुक्रवार को गांव जाजवान में सुबह आठ बजे, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना, कनिष्ठ अभियंता हितेश्वर और खंड समन्वयक दिनेश मलिक के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने जल संरक्षण अभियान चलाया। इस दौरान लगभग 100 घरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें 36 लोगों को नोटिस जारी किए गए।
जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास
इस सर्वेक्षण में अवैध कनेक्शन वाले लोगों को नोटिस दिए गए, जिन पर टेप नहीं लगी थी या जो खेतों में पेयजल का उपयोग कर रहे थे। टीम ने मौके पर जाकर हर घर में कनेक्शन की जांच की और पानी में क्लोरीनेशन की स्थिति भी देखी। उचाना ब्लॉक के गांव भोसला में खंड समन्वयक कुशल शर्मा ने भी जल संरक्षण अभियान चलाया और लोगों को नोटिस दिए। जुलाना ब्लॉक में खंड समन्वयक सोमलता ने गोसाईखेड़ा में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
पिल्लूखेड़ा ब्लॉक में खंड समन्वयक सुरेंद्र दुग्गल ने गांव मंडी खुर्द में जल संरक्षण अभियान के तहत लगभग 100 घरों का दौरा किया। नरवाना ब्लॉक में भी जल संरक्षण अभियान जारी रहा, जहां खंड समन्वयक सुरेंद्र नरवाल ने दो दर्जन घरों का सर्वेक्षण कर 10 लोगों को नोटिस दिए और अवैध कनेक्शन काटे। सफीदों ब्लॉक में खंड समन्वयक बलवान सिंह ने पाजू कलां में और अलेवा में जल संरक्षण अभियान चलाया।