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झारखंड में नवरात्रि और दशहरा पर मौसम का अलर्ट

झारखंड में नवरात्रि और दशहरा के दौरान मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भक्तों को छतरी और रेनकोट के साथ पूजा और मेलों का आनंद लेने की सलाह दी गई है। 2 अक्टूबर को रावण दहन समारोह पर बारिश का असर पड़ सकता है। जानें इस मौसम के प्रभाव और भक्तों की तैयारियों के बारे में।
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झारखंड में नवरात्रि और दशहरा पर मौसम का अलर्ट

झारखंड में बारिश का प्रभाव

झारखंड मौसम चेतावनी: इस वर्ष भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है, जिससे कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। झारखंड में नवरात्रि के दौरान भी बारिश का सिलसिला जारी रहा। पूजा पंडालों और मेलों की चहल-पहल के बीच लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।


भक्तों के लिए मौसम की चेतावनी

जहाँ भक्त माता रानी के दर्शन और मेलों का आनंद ले रहे हैं, वहीं मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए चेतावनी जारी की है। कई जिलों में, विशेषकर दशहरा और उसके बाद, भारी बारिश की संभावना है, जिससे रावण दहन और विसर्जन समारोह प्रभावित हो सकते हैं।


नवरात्रि में छतरी और रेनकोट का उपयोग

नवरात्रि में छतरी-रेनकोट के साथ निकल रहे लोग

नवरात्रि की शुरुआत से झारखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। षष्ठी की शाम रांचीवासियों को थोड़ी राहत मिली, जिससे रातभर पंडालों में भक्तों की भीड़ लगी रही। सप्तमी से नवमी तक बड़ी संख्या में लोग मंदिरों और पंडालों में दर्शन करने पहुंचते हैं। इस बीच, लोग मान चुके हैं कि बारिश से राहत मिलना मुश्किल है, इसलिए श्रद्धालु अब छतरी और रेनकोट लेकर ही पूजा और मेलों का आनंद ले रहे हैं।


दशहरा पर मौसम की स्थिति

दशहरा के दिन बिगड़ सकता है मौसम

हर साल झारखंड में दशहरा पर रावण दहन का भव्य आयोजन होता है। रांची के मोरहाबादी मैदान और अरगोड़ा चौक ग्राउंड में मुख्यमंत्री स्वयं रावण दहन में शामिल होते हैं। इस बार मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 2 अक्टूबर को देवघर, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा और वज्रपात का भी खतरा रहेगा, जिससे रावण दहन समारोह पर असर पड़ सकता है।


दशहरा के बाद भी बारिश की संभावना

दशहरा के बाद भी जारी रहेंगे बादल

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 3 अक्टूबर को झारखंड के उत्तर-पूर्वी और उत्तरी-मध्य हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। 4 अक्टूबर को भी उत्तर-पूर्वी जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे मूर्ति विसर्जन की तैयारियों पर भी असर पड़ सकता है।


झारखंड में बारिश का रिकॉर्ड

मॉनसून 2025 में झारखंड ने बारिश का नया रिकॉर्ड बनाया है। 1 जून से 28 सितंबर तक राज्य में सामान्य से लगभग 18 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।

पूर्वी सिंहभूम: 53% ज्यादा बारिश (सूची में पहले स्थान पर)

  • रांची व सरायकेला-खरसांवा: 52% अधिक बारिश
  • लातेहार: 38% ज्यादा बारिश
  • पश्चिमी सिंहभूम: 34% अधिक बारिश
  • रामगढ़: 32% अतिरिक्त बारिश

इन आंकड़ों से साफ है कि झारखंड इस साल बारिश से तर-बतर हो चुका है।


भक्तों का उत्साह

झारखंड में नवरात्र और दशहरा का उत्सव इस बार मौसम की मार झेल सकता है। भक्तों के जोश और उत्साह के बीच बारिश बाधा डाल सकती है। रावण दहन जैसे बड़े आयोजनों पर भी असर पड़ने की पूरी संभावना है। हालांकि लोग अब मौसम से सामंजस्य बैठा चुके हैं और छतरी-रेनकोट के साथ ही उत्सव का आनंद उठा रहे हैं।