ड्रैगन फ्रूट खेती योजना: एक बार निवेश करें, 20 वर्षों तक लाभ कमाएं!

ड्रैगन फ्रूट खेती योजना का परिचय
ड्रैगन फ्रूट खेती योजना: एक बार निवेश करें, 20 वर्षों तक लाभ कमाएं! यह योजना बिहार सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शुरू की गई है। इस पहल के तहत ड्रैगन फ्रूट की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जो न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि किसानों को दीर्घकालिक आय भी प्रदान करती है।
ड्रैगन फ्रूट की विशेषताएँ
ड्रैगन फ्रूट एक ऐसी फसल है जो 16 महीने के भीतर फल देना शुरू कर देती है और 20 वर्षों तक लगातार उत्पादन करती है। एक हेक्टेयर में 10 टन से अधिक फल प्राप्त होने की संभावना है, जिससे किसानों को अच्छी आय होती है।
योजना की विशेषताएँ और अनुदान प्रक्रिया
इस योजना के लिए कुल ₹126.90 लाख का बजट निर्धारित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में ₹76.14 लाख और 2026-27 में शेष राशि का उपयोग किया जाएगा। प्रति हेक्टेयर ₹2.70 लाख का अनुदान दो किस्तों में दिया जाएगा—पहली किस्त ₹1.62 लाख और दूसरी ₹1.08 लाख।
पौधों की रोपाई और सिंचाई
एक हेक्टेयर में 5000 पौधे लगाए जाएंगे, जिनके बीच 2 मीटर की दूरी रखी जाएगी। हर पौधे के साथ एक खंभा लगाया जाएगा ताकि उसे सहारा मिल सके। ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग करके पौधों को बीमारियों से बचाया जा सकता है।
आवेदन प्रक्रिया और चयन प्रणाली
किसानों को इस योजना के लिए बिहार उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर, भूमि की रसीद, फोटो और अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे। चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी और ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से की जाएगी। पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर प्राथमिकता दी जाएगी।
योजना का क्षेत्र
यह योजना बिहार के 23 जिलों में लागू की गई है, जिसमें न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर से लेकर अधिकतम 2 हेक्टेयर तक की खेती के लिए अनुदान उपलब्ध है।