तमिलनाडु में ED कार्यालय को मिली धमकी: क्या है के.एन. नेहरू केस का सच?
 
                           
                        धमकी भरा ईमेल और सुरक्षा अलर्ट
तमिलनाडु: चेन्नई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें शास्त्री भवन स्थित मुख्यालय को आरडीएक्स से उड़ाने की चेतावनी दी गई थी। ईमेल मिलने के बाद, केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियों में तुरंत हलचल शुरू हो गई और पूरे परिसर में उच्चस्तरीय सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया। सूत्रों के अनुसार, ईमेल भेजने वाले ने खुद को "एमपीएल राव" और "सीपीआई-माओ" से जोड़ा और ईडी कार्यालय पर हमले की खुली धमकी दी। यह धमकी तमिलनाडु के मंत्री के.एन. नेहरू से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित बताई जा रही है।
के.एन. नेहरू केस से जुड़ी जानकारी
ईमेल में तमिलनाडु मंत्री के.एन. नेहरू के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच का उल्लेख किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में मंत्री से जुड़े एक कंपनी समूह की जांच कर रहा है, जिस पर धन शोधन और "कैश फॉर जॉब" घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं। जांच के दौरान, ईडी ने तमिलनाडु पुलिस को 232 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें कई दस्तावेज और सबूत शामिल थे। ईमेल में कुछ अधिकारियों और ELCOT केस से संबंधित फाइलों का भी जिक्र किया गया है, जिससे यह आशंका और बढ़ गई है कि धमकी उसी जांच को प्रभावित करने के लिए दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
धमकी मिलने के बाद, शास्त्री भवन और ईडी कार्यालय के आसपास सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और प्रवेश द्वारों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। साइबर क्राइम विभाग ने ईमेल के स्रोत का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जांच अधिकारी इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सतर्क हैं। अधिकारियों ने बताया कि सभी एहतियाती कदम उठाए जा चुके हैं और जांच टीमें लगातार अलर्ट पर हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हर तरह की धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है। साइबर टीम ईमेल भेजने वाले की पहचान कर रही है और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है।"
राज्य में सुरक्षा पर चिंता
यह धमकी ऐसे समय पर आई है जब राज्य में राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर कई संवेदनशील जांचें चल रही हैं। ईडी से जुड़े मामलों को लेकर पहले भी विवाद रहे हैं, लेकिन आरडीएक्स जैसी धमकी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। सुरक्षा एजेंसियां अब न केवल ईडी कार्यालय बल्कि आसपास के सरकारी भवनों की भी सुरक्षा बढ़ाने में जुटी हैं। इस घटना ने तमिलनाडु में केंद्र और राज्य के बीच सुरक्षा समन्वय को लेकर नए सिरे से चर्चा शुरू कर दी है।
