तमिलनाडु में कफ सिरप विवाद: SIT ने शुरू की जांच

कफ सिरप विवाद में SIT की कार्रवाई
तमिलनाडु सरकार ने मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत से जुड़े प्रतिबंधित कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' के निर्माता की फैक्ट्री को सील कर दिया है। इस बीच, मध्य प्रदेश पुलिस का एक सात सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) तमिलनाडु पहुंचकर मामले की गहन जांच कर रहा है।
बच्चों की मौत का मामला
यह मामला बच्चों की मौत से संबंधित होने के कारण अत्यंत संवेदनशील है। तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को चेन्नई स्थित कंपनी को दूसरा कारण बताओ नोटिस जारी किया और आपराधिक कार्रवाई की चेतावनी दी। SIT ने कंपनी के चेन्नई में पंजीकृत कार्यालय और कांचीपुरम स्थित फैक्ट्री का निरीक्षण किया।
20 बच्चों की मौत की पुष्टि
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मंगलवार को बताया कि दूषित कफ सिरप के सेवन से गुर्दे खराब होने के इलाज के दौरान 20 बच्चों की मौत हो चुकी है। एक सरकारी अधिकारी ने पुष्टि की कि फैक्ट्री को मंगलवार शाम को सील कर दिया गया है।
कफ सिरप के नमूने मिलावटी पाए गए
तमिलनाडु खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने 4 अक्टूबर को कहा था कि विनिर्माण इकाई से लिए गए कफ सिरप के नमूने 'मिलावटी' पाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी को तुरंत उत्पादन रोकने का निर्देश दिया गया। तमिलनाडु सरकार ने 1 अक्टूबर से 'कोल्ड्रिफ' कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया और बाजार से दवा के स्टॉक हटाने का आदेश जारी किया। केरल और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों ने भी इस पर प्रतिबंध लगाया है।
जांच की प्रक्रिया
मध्य प्रदेश पुलिस के सहायक पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में SIT ने बच्चों की मौत से जुड़े मामले की जांच शुरू की। एक अधिकारी ने कहा, 'हम कल रात यहां पहुंचे। हम जांच कर रहे हैं। दवा कंपनी के मालिक तीन दिन पहले परिसर छोड़ चुके थे। हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर विवरण एकत्र कर रहे हैं।' स्थानीय तमिलनाडु पुलिस SIT की मदद कर रही है। SIT ने कंपनी के पंजीकृत कार्यालय का निरीक्षण किया और संबंधित जानकारी जुटाई।