दक्षिण पश्चिमी मानसून से कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति

देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का प्रभाव
नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिमी मानसून की बारिश ने देश के कई क्षेत्रों में कहर बरपाया है। लगातार हो रही वर्षा के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और झारखंड जैसे राज्यों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। मध्य प्रदेश के गुना जिले में कोहन नदी में ट्रैक्टर ट्रॉली बह जाने से तीन युवकों की जान चली गई। उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर के पालकी हॉल से एम्बुलेंस गेट तक बने टनल परिसर की छत रविवार सुबह अचानक गिर गई, जबकि कुछ दिनों से वहां से पानी रिस रहा था।
बाढ़ जैसी स्थिति और अलर्ट
मध्य प्रदेश के चित्रकूट में शुक्रवार रात से हो रही बारिश ने बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। गुप्त गोदावरी पहाड़ी पर पानी का बहाव तेज होने के कारण श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है। वहीं, राजस्थान में भी बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे कई नदियां उफान पर हैं। सिरोही जिले में दिल्ली और गुजरात नेशनल हाईवे पर पानी भर गया है, जबकि जोधपुर में एक पुलिया पर पानी के बीच से गुजर रही कार नाले में गिर गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। ओडिशा के बालासोर जिले में सुवर्णरेखा नदी में अचानक बाढ़ आने से 50,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, और नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.
मानसून की स्थिति और मौसम विभाग का अलर्ट
यह ध्यान देने योग्य है कि मानसून लगभग पूरे देश में फैल चुका है। दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में अभी तक मानसून नहीं पहुंचा है, लेकिन इन राज्यों में अगले दो दिनों में मानसून आने की संभावना है। इस बीच, मौसम विभाग ने कई राज्यों में बारिश के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित 19 राज्यों में ऑरेंज अलर्ट है, जबकि बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड समेत आठ राज्यों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।