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दिल्ली एनसीआर में जाम की समस्या का समाधान: नए अंडरपास का निर्माण

दिल्ली एनसीआर में जाम की समस्या को हल करने के लिए नए अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। एश्योर क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर दो अंडरपास बनाने के लिए 15 कंपनियों ने आवेदन किया है। इन अंडरपास के निर्माण से यातायात में सुधार होगा और लोगों का समय बचेगा। जानें इस परियोजना की लागत, तकनीक और समय सीमा के बारे में।
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दिल्ली एनसीआर में जाम की समस्या का समाधान: नए अंडरपास का निर्माण

दिल्ली एनसीआर में जाम की समस्या का समाधान


दिल्ली एनसीआर: इस क्षेत्र में रोजाना जाम की समस्या के कारण लोगों का समय बर्बाद हो रहा है। एश्योर क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर अंडरपास का निर्माण किया जाएगा, जिससे इस समस्या का समाधान होगा। इस परियोजना के लिए 15 एजेंसियों ने आवेदन किया है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर दो अंडरपास बनाने के लिए इन कंपनियों की वित्तीय बोली अब खोली जाएगी। सबसे कम दर पर अंडरपास बनाने का प्रस्ताव देने वाली एजेंसी को काम सौंपा जाएगा।


अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया

ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-128 सुल्तानपुर और सेक्टर-168 झट्टा गांव के सामने अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। सुल्तानपुर के सामने अंडरपास का निर्माण लगभग 81 करोड़ 61 लाख रुपये की लागत से होगा। वहीं, झट्टा अंडरपास की लागत 99 करोड़ 74 लाख रुपये होगी। इस टेंडर प्रक्रिया में सुल्तानपुर के लिए सात और झट्टा के लिए आठ संस्थाओं ने आवेदन किया है। यदि चयनित एजेंसी को टेंडर दिया जाता है, तो निर्माण कार्य अगस्त से शुरू हो सकता है।


अंडरपास का ढांचा और निर्माण तकनीक

एक्सप्रेसवे पर अंडरपास का ढांचा

प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि संबंधित एजेंसियों के दस्तावेज तकनीकी बोली के तहत जांचे जा रहे हैं। वित्तीय बोली एक सप्ताह बाद खोली जाएगी, जिससे एजेंसियों की आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाएगा। सबसे कम लागत में अंडरपास बनाने की क्षमता वाली संस्था को निर्माण कार्य का जिम्मा सौंपा जाएगा। पहले भी इन अंडरपास के लिए टेंडर जारी किए गए थे, लेकिन मानकों को पूरा नहीं किया जा सका।


निर्माण का समय और तकनीक

डेढ़ वर्ष में निर्माण का लक्ष्य

नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि दोनों अंडरपास का निर्माण 18 महीने में पूरा होगा। इन अंडरपास में डायाफ्राम तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसमें पहली दीवार जमीन के अंदर बनाई जाएगी और उसके ऊपर अंडरपास की छत ढाल दी जाएगी। इसके सूखने में लगभग 26 दिन लगेंगे।


पिछले अंडरपास का निर्माण

तीन अंडरपास का सफल निर्माण

नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार वर्षों में ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर तीन अंडरपास सफलतापूर्वक बनकर तैयार हुए हैं। इनमें सेक्टर-96, 142 एडवेंट अंडरपास और 142 सफीपुर शामिल हैं। इन अंडरपास के निर्माण से एक्सप्रेसवे पर यात्रा करना बहुत आसान हो गया है।