Newzfatafatlogo

दिल्ली के लाल किले के पास ब्लास्ट: अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टर हिरासत में

दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट की जांच में अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि ये डॉक्टर आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। इससे पहले भी इस कॉलेज का नाम आतंकवादी गतिविधियों में सामने आ चुका है। अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस नेटवर्क में और कितने लोग शामिल हैं। क्या यह कॉलेज आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र बन चुका है? जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
 | 
दिल्ली के लाल किले के पास ब्लास्ट: अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टर हिरासत में

दिल्ली में ब्लास्ट की जांच में नई गिरफ्तारी


नई दिल्ली : दिल्ली के लाल किले के निकट हुए विस्फोट की जांच में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हाल ही में, अल-फलाह मेडिकल कॉलेज से दो चिकित्सकों को हिरासत में लिया गया है। इन डॉक्टरों की पहचान डॉ. जुनैद यूसुफ और डॉ. नासिर राशिद के रूप में हुई है। दोनों चिकित्सक लंबे समय से इस कॉलेज में कार्यरत थे, और जांच एजेंसियों को संदेह है कि ये आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।


अल-फलाह मेडिकल कॉलेज की बढ़ती जांच

अल-फलाह मेडिकल कॉलेज पर बढ़ी जांच 
यह पहली बार नहीं है जब अल-फलाह मेडिकल कॉलेज का नाम आतंकवादी गतिविधियों में आया है। इससे पहले भी इस कॉलेज से जुड़े चार डॉक्टरों के नाम आतंकी कनेक्शनों में सामने आ चुके हैं, जिससे कॉलेज की छवि पर सवाल उठने लगे हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि कॉलेज से जुड़े कुछ लोग आतंकवादी संगठनों के संपर्क में हैं और उनकी सहायता कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है।


जांच एजेंसियों की निगरानी

जांच एजेंसियों के रडार पर मेडिकल कॉलेज 
अल-फलाह मेडिकल कॉलेज पहले भी एक बड़े आतंकी मामले में फंसा था, जब यहां से बीटेक पास आउट मिर्जा शादाब बेग ने देश के विभिन्न शहरों में सीरियल ब्लास्ट करने का आरोप झेला था। शादाब का मामला सामने आने के बाद से यह कॉलेज जांच एजेंसियों की निगरानी में है।


आतंकवादी नेटवर्क की गहराई

आतंकवादी नेटवर्क में और कितने लोग सक्रिय
लाल किले ब्लास्ट मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस आतंकवादी नेटवर्क में और कितने लोग शामिल हैं। डॉ. जुनैद यूसुफ और डॉ. नासिर राशिद से गहन पूछताछ की जा रही है, और इस दौरान और गिरफ्तारियों की संभावना को नकारा नहीं किया जा रहा है।


संदिग्ध गतिविधियों का खुलासा

नेटवर्क में और भी लोग शामिल
जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि कॉलेज से जुड़ी कुछ संदिग्ध गतिविधियां और आतंकवादियों के साथ संपर्क के लिंक काफी समय से चल रहे थे, जिससे जांच एजेंसियों की चिंताएं और बढ़ गई हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि एजेंसियों का मानना है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।


इस मामले में हुई नई गिरफ्तारियों ने दिल्ली और अन्य क्षेत्रों में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को लेकर एक नई चिंता को जन्म दिया है। यह दर्शाता है कि कुछ संगठनों का शिकार करने के लिए वे शैक्षणिक संस्थानों का भी उपयोग कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि जांच एजेंसियां इस नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर कर पाती हैं या नहीं, और क्या इस संदिग्ध नेटवर्क में और लोग शामिल हैं।