दिल्ली बम धमाके के बाद पानीपत में सुरक्षा बढ़ाई गई
पानीपत में हाईअलर्ट जारी
पानीपत (दिल्ली बम धमाका)। दिल्ली में हुए बम विस्फोट के बाद, औद्योगिक क्षेत्र में दूसरे दिन भी हाईअलर्ट जारी रहा। पुलिस अधीक्षक ने सभी पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। सुरक्षा योजना के तहत नाकों की संख्या 44 से बढ़ाकर 67 कर दी गई है। खुफिया विभाग को भी चौकस रहने के लिए कहा गया है। मिश्रित जनसंख्या वाले क्षेत्रों में गश्त की गई। एसपी ने सभी डीएसपी और थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करने का आदेश दिया है।
वाहनों की जांच के लिए नाकाबंदी
दिल्ली बम धमाका: नाकाबंदी कर वाहनों की जांच
सोमवार की शाम को दिल्ली में एक कार में विस्फोट हुआ था, जो हरियाणा नंबर की थी। इस घटना के कारण डीजीपी ने हरियाणा को अलर्ट कर दिया था। सोमवार रात तक नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की गई। मंगलवार को भी पुलिस ने दिनभर सतर्कता बनाए रखी और वाहनों की जांच की। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले बाजारों में तलाशी अभियान चलाया गया। शाम को सुरक्षा योजना के तहत नाकों पर पहुंचकर वाहनों की जांच की गई।
एसपी ने जनता से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दें। यदि कोई लावारिस सामान मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सोशल मीडिया पर अनावश्यक टिप्पणियों से बचें।
दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जगह-जगह नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही है। पार्किंग में खड़े संदिग्ध वाहनों की भी जांच की गई है। खुफिया एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था
रेलवे स्टेशन में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
रेलवे और आसपास के छोटे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने मिलकर जांच अभियान चलाया। स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, ट्रेन के डिब्बों और प्रवेश द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है।
जीआरपी थाना प्रभारी चंदन सिंह ने बताया कि दिल्ली में बम धमाके के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। हर यात्री के सामान की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी लगातार निगरानी की जा रही है।
आरपीएफ थाना प्रभारी दिनेश कुमार मीना ने बताया कि स्टेशन के अंदर और बाहर संयुक्त जांच टीमें तैनात हैं। आरपीएफ जवान ट्रेनों के अंदर भी नियमित रूप से जांच कर रहे हैं। यात्रियों के बैग, ट्रॉली और पार्सल की जांच के लिए मेटल डिटेक्टर का उपयोग किया जा रहा है।
