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नए शिक्षा सत्र से नौवीं कक्षा में संस्कृत, पंजाबी व उर्दू होंगी वैकल्पिक भाषा

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चंडीगढ़, 22 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा में शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति को लागू करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसकाे लेकर शैक्षणिक सत्र 2025-26 के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब नौवीं कक्षा में सात विषयों की पढ़ाई होगी, जिसमें त्रिभाषा फार्मूला लागू होगा।

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल की ओर से शनिवार को पाठ्यक्रम में बदलाव के आदेश जारी किए गए हैं। आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप सरकार ने विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के अंतर्गत स्कूलों में त्रिभाषा फार्मूला लागू किया जाएगा।

शैक्षणिक सत्र 2025-26 में विषय संयोजन नौवीं कक्षा में लागू होगा, जबकि आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 से नौवीं व दसवीं कक्षा में त्रिभाषा फार्मूला लागू किया जाएगा। नौवीं कक्षा में अंग्रेजी, हिंदी, अंक शास्त्र (गणित), विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान अनिवार्य विषय होंगे, जबकि संस्कृत, पंजाबी व उर्दू भाषा में से किसी एक विषय को वैकल्पिक तौर पर चुनना होगा। इसके साथ ही व्यावसायिक विषय, शारीरिक शिक्षा, ड्राइंग, संगीत में से भी किसी एक विषय को चुनना होगा। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि आगामी शैक्षणिक सत्र से पाठ्यक्रम में शामिल नए विषयों को लागू कराने को लेकर तैयारियां शुरू करें।

शिक्षा विभाग की ओर से नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए शिक्षाविदों से सुझाव मांगे गए हैं। शिक्षा नीति के साथ छात्रों को सीधे तौर पर जोड़ने के लिए विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में सुझाव पेटिका लगाने का फैसला लिया गया है। लिखित रूप से आने वाले सुझावों के आधार नई शिक्षा नीति को बेहतर बनाने के लिए नई रूपरेखा तैयार की जाए। इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में सेमिनार आयोजित किए जाएंगे ताकि हर विद्यार्थी नई शिक्षा नीति को आसानी से समझ सके और जहां पर कठिनाई हो, उसको लेकर सुझाव भी दे सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा