पंजाब में बाढ़ राहत के लिए 138 नए मेडिकल अधिकारियों की नियुक्ति

बाढ़ प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की पहल
7 सबसे अधिक प्रभावित जिलों में तात्कालिक राहत के लिए 138 नए मेडिकल अधिकारियों की नियुक्ति
चंडीगढ़। पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बाढ़ से उत्पन्न स्वास्थ्य आपात स्थितियों का सामना करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस कदम के तहत, 138 नए मेडिकल अधिकारियों को सात सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित जिलों में तुरंत नियुक्त किया गया है। यह भर्ती लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के लिए की गई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने नए अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने संबंधित जिलों के सिविल सर्जनों को तुरंत रिपोर्ट करें, यह सुनिश्चित करते हुए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है।
चिकित्सकीय चुनौतियों का सामना करने के लिए भर्ती
इस कठिन समय में स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और चिकित्सकीय चुनौतियों का सामना करने के लिए इन 138 डॉक्टरों की तैनाती अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि 1000 मेडिकल अधिकारियों की भर्ती के पहले चरण में 322 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बाढ़ के मद्देनजर, 138 अधिकारियों को तुरंत बाढ़ प्रभावित जिलों में आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है।
818 रैपिड रिस्पांस और मोबाइल मेडिकल टीमें तैनात
इन कठिन समय में स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए इन डॉक्टरों की तैनाती का महत्व बहुत बड़ा है। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि राज्य द्वारा राहत प्रयासों में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) पंजाब, नर्सिंग कॉलेजों, निजी अस्पतालों और सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों का सहयोग भी शामिल है।
उन्होंने खुलासा किया कि स्वास्थ्य विभाग ने 818 रैपिड रिस्पांस और मोबाइल मेडिकल टीमों का एक बड़ा ढांचा तैनात किया है, जो प्रभावित गांवों और राहत शिविरों में प्रतिदिन चिकित्सा कैंप आयोजित कर रही हैं। जलजनित बीमारियों से निपटने के लिए, टीमें घर-घर जाकर क्लोरीन की गोलियां वितरित कर रही हैं। इसके अलावा, पानी भरे क्षेत्रों में वेक्टर-जनित बीमारियों को रोकने के लिए व्यापक छिड़काव और फोगिंग की जा रही है।