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पानीपत में राशन कार्डों की कटौती: 41,818 कार्ड हुए रद्द

पानीपत में बीपीएल और एएवाई राशन कार्डों की कटौती का सिलसिला जारी है, जिसमें सितंबर में 9,974 कार्ड रद्द किए गए हैं। इस वर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक 41,818 कार्डों की कटौती हो चुकी है। विभिन्न कारणों से कार्ड रद्द हो रहे हैं, जैसे बिजली बिल की अधिकता और परिवार पहचान पत्र में गलत जानकारी। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहता है विपक्ष और क्या हैं लोगों की शिकायतें।
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पानीपत में राशन कार्डों की कटौती: 41,818 कार्ड हुए रद्द

पानीपत में राशन कार्डों की स्थिति

पानीपत राशन कार्ड रद्दीकरण (Panipat Ration Card Cancellation): बीपीएल और एएवाई राशन कार्डों की कटौती का सिलसिला जारी है। सितंबर में जिले में 9,974 राशन कार्ड रद्द किए गए हैं। यदि पूरे वर्ष की बात करें, तो जनवरी से मई तक 2,999 नए कार्ड बनाए गए थे। वहीं, मई से सितंबर के बीच 41,818 राशन कार्ड रद्द किए गए हैं।


राशन कार्ड रद्द होने के कारण

जिन लोगों के कार्ड रद्द हुए हैं, उनके पीछे विभिन्न कारण हैं। कुछ के बिजली बिल निर्धारित सीमा से अधिक आए हैं, जबकि अन्य के परिवार पहचान पत्र में चार पहिया वाहन या शहर में प्लॉट दर्ज होने के कारण कार्ड कट गए हैं। लोग चार पहिया वाहन और प्लॉट न होने की शिकायत लेकर क्रीड़ कार्यालय पहुंच रहे हैं।


विभागीय आंकड़े

विभागीय आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में बीपीएल और एएवाई कार्डधारकों की संख्या 2,68,026 थी, जो मई में बढ़कर 2,71,025 हो गई। विपक्ष ने गरीबों की बढ़ती संख्या पर सवाल उठाया, जिसके बाद जांच शुरू हुई। इस प्रक्रिया के चलते सितंबर तक यह संख्या घटकर 2,29,207 रह गई। अब विपक्ष इस सर्वे को गलत बताकर पुनः जांच की मांग कर रहा है।


माहवार राशन कार्डों की संख्या

जनवरी: 2,68,026
फरवरी: 2,68,378
मार्च: 2,68,915
अप्रैल: 2,68,866
मई: 2,71,025
जून: 2,59,156
जुलाई: 2,54,683
अगस्त: 2,39,181
सितंबर: 2,29,207


राशन का लाभ

बीपीएल और एएवाई कार्डधारकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलता है, जिसमें प्रति यूनिट 5 किलोग्राम गेहूं मुफ्त मिलता है। इसके अलावा, 1 किलोग्राम चीनी के लिए 13.50 रुपए और 2 लीटर सरसों तेल के लिए 100 रुपए चुकाने पड़ते हैं, जबकि पहले 40 रुपए में 2 लीटर सरसों तेल मिलता था।


राशन कार्ड कटने की व्यक्तिगत कहानियाँ

अनीता ने बताया कि उसका बीपीएल कार्ड था, लेकिन जुलाई में 15,000 रुपए का बिजली बिल आने पर उसका कार्ड कट गया। जब उसने सीएससी पर जाकर चेक कराया, तो पता चला कि वह साल में निर्धारित 30,000 रुपए से अधिक बिल चुका चुकी है। इसी तरह, आजाद नगर निवासी सुरेंद्र कुमार का भी चार पहिया वाहन पीपीपी में दर्ज होने के कारण बीपीएल कार्ड रद्द हो गया, जबकि उसने कार बेच दी थी।