पुरी में रथ यात्रा के दौरान भगदड़ से तीन की मौत, सरकार ने की कार्रवाई

रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़
ओडिशा के पुरी में श्रीगुंडिचा मंदिर के पास रविवार सुबह रथ यात्रा के दौरान एक भगदड़ ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। इस दुखद घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां छह की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बाद, ओडिशा सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया और पुरी के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया।
मुख्यमंत्री का माफी और जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने मांगी माफी, जांच के आदेश
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मैं और मेरी सरकार सभी जगन्नाथ भक्तों से माफी मांगते हैं। भगदड़ में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना है कि वे उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दें।” उन्होंने सुरक्षा चूक की त्वरित जांच के आदेश दिए और कहा, “यह लापरवाही अस्वीकार्य है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
नए अधिकारियों की नियुक्ति
नए अधिकारियों की नियुक्ति
सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया। वरिष्ठ अधिकारी पिनाक मिश्रा को नया पुलिस अधीक्षक और खुर्दा के कलेक्टर चंचल राणा को पुरी का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही पुरी के डीसीपी बिष्णु चरण पति और पुलिस कमांडेंट अजय पाधी को निलंबित कर दिया गया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्ष ने सरकार को घेरा
विपक्ष ने इस घटना को सरकार की नाकामी करार दिया। बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने X पर लिखा, “रथयात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन की घोर नाकामी के ठीक एक दिन बाद आज की भगदड़ ने शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने में सरकार की अक्षमता को उजागर कर दिया है।” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इसे लापरवाही और कुप्रबंधन का परिणाम बताया और कहा कि यह माफी के लायक नहीं है।
पुलिस जांच में जुटी
जांच में जुटी पुलिस
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि पुलिस महानिदेशक (DGP) इस मामले की जांच कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भीड़ के उमड़ने और प्रबंधन में चूक की जांच की जा रही है। यह हादसा सुबह करीब 4 बजे तब हुआ, जब सैकड़ों श्रद्धालु रथ यात्रा देखने मंदिर के पास पहुंचे और भीड़ अनियंत्रित हो गई।