फरीदाबाद में 30,000 घरों का होगा ध्वस्तीकरण, सरकार की नई योजना

फरीदाबाद के नेहरू कॉलोनी में संकट
फरीदाबाद के नेहरू कॉलोनी के निवासियों के लिए एक चिंताजनक सूचना आई है। इस क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को अपने घरों को खाली करने का नोटिस प्राप्त हुआ है।
हरियाणा सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना के तहत, इस कॉलोनी में 10 जुलाई 2025 तक घर खाली करने का आदेश दिया गया है। इससे निवासियों में भय और अनिश्चितता का माहौल उत्पन्न हो गया है। आइए, इस मुद्दे की गहराई से जांच करते हैं।
एलिवेटेड रोड के लिए घरों पर खतरा
हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद में एक एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई है, जिसके लिए नेहरू कॉलोनी की भूमि का चयन किया गया है। पुनर्वास विभाग ने इस क्षेत्र को अपनी संपत्ति बताते हुए लगभग 10,000 घरों पर नोटिस चस्पा कर दिए हैं।
नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि निवासियों ने 10 जुलाई 2025 तक अपने घर खाली नहीं किए, तो विभाग स्वयं इन्हें हटाने का कार्य करेगा। यह सूचना कॉलोनी के 25,000 से 30,000 निवासियों के लिए एक बड़ा झटका है।
निवासियों की चिंताएं
नेहरू कॉलोनी के लोग कई वर्षों से यहां निवास कर रहे हैं और उनके पास वोटर आईडी, राशन कार्ड, आधार कार्ड, और बिजली के मीटर जैसी सभी सरकारी सुविधाएं हैं।
निवासियों का कहना है कि वे लंबे समय से इस कॉलोनी में रह रहे हैं और अब अचानक आए इस नोटिस ने उनके सामने अनिश्चितता का संकट खड़ा कर दिया है। लोग सरकार से अपील कर रहे हैं कि उनके घरों को न तोड़ा जाए और उन्हें उचित पुनर्वास की व्यवस्था दी जाए।
सरकार की योजना और चुनौतियां
एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण फरीदाबाद में यातायात को सुगम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इस परियोजना के लिए हजारों निवासियों को विस्थापित करना पड़ सकता है।
पुनर्वास विभाग ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि विस्थापित परिवारों के लिए वैकल्पिक आवास की क्या व्यवस्था होगी। निवासियों का कहना है कि सरकार को पहले पुनर्वास की ठोस योजना बनानी चाहिए, ताकि उनके परिवारों को बेघर होने की स्थिति का सामना न करना पड़े।
यह स्थिति न केवल नेहरू कॉलोनी के निवासियों के लिए, बल्कि सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। विकास की राह में पुनर्वास और मानवीय दृष्टिकोण को संतुलित करना आवश्यक है।