बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा, ट्रैफिक लोड डालने की तैयारी

बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन
जयपुर-बांदीकुई फोर लेन : राजस्थान में बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अब पूरा हो चुका है। लोगों की सुविधा के लिए अगले महीने किसी भी दिन इस एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक लोड डाला जा सकता है। लोड डालने के बाद, किसी भी दिन इसका औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। इस एक्सप्रेसवे के बनने से साइबर सिटी गुरुग्राम से पिंकी सिटी जयपुर पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा। अब आप केवल ढाई घंटे में जयपुर पहुंच सकेंगे। यह एक्सप्रेसवे बांदीकुई से जयपुर तक 67 किलोमीटर लंबा है और इसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से सीधे जोड़ने के लिए बनाया गया है। यह एक फोर लेन, एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे है।
निर्माण का लक्ष्य मई के अंत तक पूरा करना था, लेकिन यह समय से पहले ही पूरा हो गया। इस पर वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगे, जिससे बांदीकुई से जयपुर पहुंचने में केवल 25 से 30 मिनट लगेंगे। वर्तमान में, इस यात्रा में एक घंटे से अधिक का समय लगता है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के माध्यम से गुरुग्राम से बांदीकुई पहुंचने में अब केवल दो घंटे लगेंगे।
बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की लोकप्रियता और बढ़ेगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप अत्री ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे तैयार है और जल्द ही लोडिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बनने से जयपुर की दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो गई है।
वडोदरा तक के हिस्से का इंतजार
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का रणथंभौर तक का हिस्सा पूरा हो चुका है। अब लोग वडोदरा तक के हिस्से के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इस हिस्से के खुलने से लोग गुरुग्राम से वडोदरा 10 से 12 घंटे में पहुंच सकेंगे, जबकि वर्तमान में कार से यात्रा करने में 20 से 22 घंटे लगते हैं।
पालम विहार के व्यवसायी अरविंद वर्मा का कहना है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे ने देश की तस्वीर बदल दी है। यह एक विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे है। परियोजना के पूरा होने के बाद, देश के कई क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी, क्योंकि कई शहरों में यात्रा करना आसान हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण 95 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।