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बिंगोमोड: नया साइबर खतरा जो बैंक डिटेल चुराता है

पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने बिंगोमोड नामक एक नए एंड्रॉयड वायरस के बारे में चेतावनी दी है, जो उपयोगकर्ताओं के बैंक खातों को निशाना बनाता है। यह वायरस संदिग्ध लिंक के माध्यम से मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में प्रवेश करता है, बैंक जानकारी चुराता है और फिर डिवाइस को फैक्टरी रिसेट कर देता है। इस लेख में जानें कि बिंगोमोड कैसे काम करता है, इसके फैलने के तरीके और इससे बचने के उपाय।
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बिंगोमोड: नया साइबर खतरा जो बैंक डिटेल चुराता है

साइबर अपराधियों का नया हथियार



  • बैंक जानकारी चुराने के बाद मोबाइल को नष्ट करता है

  • साइबर अपराधी नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं

  • सावधानी बरतें, अनजान लिंक पर क्लिक न करें: एसपी कुलदीप सिंह


(Jind News) जींद। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने लोगों को एक नए साइबर खतरे के बारे में चेतावनी दी है। हाल ही में बिंगोमोड नामक एक खतरनाक एंड्रॉयड वायरस का पता चला है, जो उपयोगकर्ताओं के बैंक खातों को निशाना बनाता है और उनकी जमा राशि चुरा लेता है, इसके बाद यह डिवाइस को फैक्टरी रिसेट कर देता है।


बिंगोमोड का हमला कैसे होता है

एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि साइबर ठग संदिग्ध लिंक को एसएमएस, ई-मेल या सोशल मीडिया के जरिए भेजते हैं। जब उपयोगकर्ता उस लिंक पर क्लिक करता है, तो यह वायरस उसके मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है।


इसके बाद यह बैंक खातों की संवेदनशील जानकारी चुरा लेता है और खाते से धन निकालकर खुद को डिवाइस से हटा देता है। इसके साथ ही, यह डिवाइस को फैक्टरी रिसेट मोड में डाल देता है, इसलिए इसे आत्मघाती मैलवेयर भी कहा जाता है।


तेजी से फैलने वाला वायरस

यह मैलवेयर इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह संक्रमित डिवाइस से अन्य मोबाइलों में एसएमएस के माध्यम से फैल सकता है। इसमें एक सेल्फ-डिस्ट्रक्टिव कोड होता है, जो डिजिटल सबूतों को मिटा देता है, जिससे उपयोगकर्ता को यह समझने में कठिनाई होती है कि उसके साथ क्या हुआ।


बिंगोमोड की तकनीकी विशेषताएँ

साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, बिंगोमोड एक उन्नत एंड्रॉइड रिमोट एक्सेस ट्रोजन (रेट) है। यह संक्रमित डिवाइस से बिना किसी जानकारी के बैंक खातों तक पहुंच बना सकता है और लेनदेन कर सकता है। यह एंड्रॉयड के मीडिया प्रोजेक्शन (एपीआई) का उपयोग करके स्क्रीनशॉट ले सकता है और 40 से अधिक कमांड को रिमोटली नियंत्रित कर सकता है।


सामान्य जनता से अपील

एसपी कुलदीप सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपनी बैंक जानकारी, पासवर्ड, ओटीपी जैसी व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा न करें। व्हाट्सएप, ई-मेल या अन्य सोशल प्लेटफार्म पर प्राप्त संदिग्ध लिंक से सावधान रहें।


यदि कोई साइबर ठगी की घटना होती है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क करें या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके।