बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री, मतदान में बना नया रिकॉर्ड
बिहार में नई सरकार का गठन
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं और अब राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। वह 20 नवंबर, गुरुवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य समारोह में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
मतदान का ऐतिहासिक प्रतिशत
बिहार में सबसे ज्यादा वोटिंग
इस बार विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए गए थे। इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत बिहार के इतिहास में सबसे अधिक रहा, जिसमें कुल 67.13 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.78% रहा, जबकि पुरुषों ने 62.98% मतदान किया।
एनडीए की जीत और विपक्ष के आरोप
नई सरकार के गठन की तैयारी
एनडीए ने विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। वहीं, विपक्ष ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विपक्ष का कहना है कि विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के कारण उनकी हार हुई है। उनका आरोप है कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए, जिससे वोटिंग में धांधली हुई। हालांकि, चुनाव आयोग के आंकड़े एक अलग कहानी बयां कर रहे हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, जिन पांच सीटों पर सबसे अधिक नाम मतदाता सूची से हटाए गए, उनमें से तीन सीटों पर भाजपा, एक पर जेडीयू और एक पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। इन सीटों पर मतदाताओं के नाम हटाने की संख्या काफी अधिक रही।
1. गोपालगंज सीट पर 56,793 नाम हटाए गए और यह सीट भाजपा के पास गई।
2. पूर्णिया में 50,767 नाम हटाए गए और यहां भी भाजपा की जीत हुई।
3. मोतिहारी में 49,747 वोटर्स के नाम हटाए गए और यहां भी भाजपा ने जीत दर्ज की।
4. कुचायकोट में 43,226 नाम हटाए गए और इस सीट पर जेडीयू के उम्मीदवार ने जीत हासिल की।
5. किशनगंज में 42,940 नाम हटाए गए और यहां कांग्रेस को जीत मिली। यह सीट कांग्रेस पहले भी जीतती रही है.
जिन 5 सीटों पर सबसे कम नाम हटाए गए, वहां किस पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहा:
1. दरभंगा में केवल 2,859 नाम हटाए गए और यहां भाजपा जीती।
2. चनपटिया में 6,031 नाम हटाए गए और इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
3. बेतिया में 6,076 नाम हटाए गए और यहां भाजपा विजयी हुई।
4. डेहरी में 6,219 नाम हटाए गए और इस सीट पर चिराग पासवान की पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
5. महुआ में 6,302 नाम हटाए गए और यह सीट भी चिराग पासवान की पार्टी के पास गई।
