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भारतीय रेलवे में पहली महिला प्रमुख की नियुक्ति: सोनाली मिश्रा का नया अध्याय

भारतीय रेलवे ने सोनाली मिश्रा को रेलवे सुरक्षा बल की पहली महिला प्रमुख के रूप में नियुक्त किया है। यह कदम न केवल प्रशासनिक बदलाव है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी है। सोनाली मिश्रा का करियर उल्लेखनीय रहा है, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। उनकी नियुक्ति से सुरक्षा बलों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा। जानें इस नई नियुक्ति के बारे में और कैसे यह भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को नया दृष्टिकोण दे सकती है।
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सोनाली मिश्रा की नियुक्ति

भारतीय रेलवे की सुरक्षा को नई दिशा देने के लिए सोनाली मिश्रा को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की पहली महिला प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति न केवल प्रशासनिक बदलाव है, बल्कि यह देश की सुरक्षा एजेंसियों में लैंगिक संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। वर्तमान महानिदेशक मनोज यादव 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, और उनके बाद सोनाली मिश्रा इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगी। कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, वह 31 अक्टूबर 2026 तक इस पद पर रहेंगी। सरकार की नियुक्ति समिति ने इस निर्णय को मंजूरी दी है।


रेलवे सुरक्षा बल, जो लाखों यात्रियों और रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा का कार्य करता है, अब पहली बार महिला नेतृत्व में होगा। यह न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगा, बल्कि सुरक्षा बलों में महिलाओं की भागीदारी के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बनेगा।


सोनाली मिश्रा का प्रेरणादायक सफर

मध्य प्रदेश कैडर की 1993 बैच की आईपीएस अधिकारी सोनाली मिश्रा वर्तमान में राज्य पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक (चयन) के पद पर कार्यरत हैं। उनका करियर हमेशा से उल्लेखनीय रहा है, चाहे वह सीमाओं की सुरक्षा हो या आंतरिक खुफिया संचालन, उन्होंने हर भूमिका में प्रभावी नेतृत्व प्रदर्शित किया है।


साल 2021 में, वह पंजाब में भारत-पाक सीमा पर बीएसएफ की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं। इसके अलावा, उन्होंने कश्मीर घाटी में बीएसएफ की आईजी के रूप में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है। खुफिया विभाग से लेकर अतिरिक्त महानिदेशक पद तक, उन्होंने सुरक्षा बलों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।


उनकी उत्कृष्ट सेवा को राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से भी सम्मानित किया गया है।


रेलवे सुरक्षा बल का नया अध्याय

रेलवे सुरक्षा बल की स्थापना 1957 में संसद के अधिनियम के तहत की गई थी। इसे 1966 में रेलवे संपत्ति से जुड़े अपराधों की जांच और गिरफ्तारी का अधिकार मिला, और 1985 में इसे केंद्रीय सशस्त्र बल का दर्जा प्राप्त हुआ। अब, इस संगठन का नेतृत्व पहली बार एक महिला के हाथ में होगा, जो देश में बढ़ती महिला भागीदारी और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है।


सोनाली मिश्रा की यह नियुक्ति न केवल सुरक्षा व्यवस्था को नया दृष्टिकोण दे सकती है, बल्कि महिला अधिकारियों को रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आगे आने की प्रेरणा भी प्रदान करेगी। यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे संपत्ति की निगरानी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के साथ, मिश्रा अब उस संस्था का नेतृत्व करेंगी जो हर दिन करोड़ों भारतीयों की यात्रा को सुरक्षित बनाती है।