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महाराष्ट्र में स्कूलों में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य

महाराष्ट्र सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए स्कूलों में पहली कक्षा से बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण को अनिवार्य करने का ऐलान किया है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में देशभक्ति, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस की आदतें विकसित करना है। रिटायर्ड सैनिकों को इस प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिससे बच्चों को आपात स्थितियों के लिए तैयार किया जा सके। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना का समर्थन किया है, जिससे यह पूरे राज्य में प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
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महाराष्ट्र में स्कूलों में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य

महाराष्ट्र में सैन्य प्रशिक्षण का ऐतिहासिक निर्णय

Maharashtra Military Training: महाराष्ट्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए पहली कक्षा से ही छात्रों के लिए बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण को अनिवार्य करने का ऐलान किया है। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने सोमवार को इस पहल की जानकारी दी, जो देश में अपनी तरह का पहला प्रयास है। सरकार का उद्देश्य है कि बच्चों में प्रारंभ से ही देशभक्ति, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस की आदतें विकसित हों।


बच्चों में देशभक्ति और अनुशासन की भावना

दादा भुसे ने कहा, 'यह पहल बच्चों के मन में देश के प्रति प्रेम और कर्तव्य की भावना को जागृत करने के लिए की जा रही है। शारीरिक व्यायाम और अनुशासित जीवनशैली की आदतें उन्हें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करेंगी।' यह कदम स्कूली शिक्षा के साथ-साथ उनके मानसिक और शारीरिक विकास को भी बढ़ावा देगा।


पूर्व सैनिकों की भूमिका

सरकार ने योजना बनाई है कि इस प्रशिक्षण कार्य की जिम्मेदारी रिटायर्ड सेना कर्मियों को सौंपी जाएगी। इसके साथ ही स्कूलों के खेल शिक्षक, NCC (नेशनल कैडेट कोर) अधिकारी और स्काउट्स एवं गाइड्स की इकाइयां भी शामिल होंगी। सरकार का लक्ष्य है कि राज्यभर में 2.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिक इस सैन्य प्रशिक्षण योजना में भाग लें और स्कूली छात्रों को प्रशिक्षित करें।


राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम

यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिसके चलते 'ऑपरेशन सिंदूर', 'ऑपरेशन अभ्यास' और 'ऑपरेशन शील्ड' जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा अभियानों का संचालन किया जा रहा है। इन अभियानों के तहत नागरिकों को आपात स्थितियों के लिए तैयार किया जा रहा है। बच्चों को प्रारंभिक उम्र से तैयार करना राष्ट्रीय सुरक्षा की नींव को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


मुख्यमंत्री का समर्थन

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना का समर्थन किया है। सरकार इसे पूरे राज्य में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सक्रिय है ताकि अधिक से अधिक छात्र इसका लाभ उठा सकें।