महिला क्रिकेट में ऐतिहासिक जीत: पंजाब की बेटियों का शानदार स्वागत
पंजाब में ऐतिहासिक स्वागत
पंजाब: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया है, जिसमें पंजाब की दो खिलाड़ी हरलीन देओल और अमनजोत कौर शामिल हैं। जब ये खिलाड़ी आज अपने वतन लौटीं, तो पंजाब सरकार ने उनका शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों की थाप, फूलों के हार और 'भारत माता की जय' के नारों के साथ उनका स्वागत किया गया।
यह पहली बार है जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है, और इन पंजाब की बेटियों के प्रदर्शन ने पूरे देश को गर्वित किया है।
सरकारी अधिकारियों ने किया स्वागत
मंत्रियों और विधायकों ने किया विजेता बेटियों का स्वागत
इस ऐतिहासिक अवसर पर पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर विशेष रूप से हवाई अड्डे पर उपस्थित रहे। उनके साथ विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा, जिला योजना बोर्ड की चेयरपर्सन प्रभजोत कौर, जसवंत कौर, और पार्षद सरबजीत सिंह समाणा भी मौजूद थे। सरकार, जिला प्रशासन और खेल विभाग ने दोनों खिलाड़ियों का शानदार स्वागत किया। उन्हें फूलमालाओं से सम्मानित किया गया और ढोल की थाप पर जश्न मनाया गया।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दी थी बधाई
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पहले ही वीडियो कॉल के माध्यम से टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, हरलीन देओल और अमनजोत कौर को इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी थी। उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने न केवल पंजाब बल्कि पूरे भारत को गर्वित किया है।
विशेष सम्मान की घोषणा
पंजाब सरकार करेगी विशेष सम्मान
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और सांसद मीत हेयर ने कहा कि पंजाब की ये बेटियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि कप्तान हरमनप्रीत कौर के पंजाब लौटने के बाद राज्य सरकार की ओर से तीनों खिलाड़ियों को विशेष सम्मान दिया जाएगा। 'इन बेटियों ने न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। पंजाब सरकार इनके गौरव को सलाम करती है,' हरपाल सिंह चीमा ने कहा।
पंजाब में जश्न का माहौल
पंजाब गर्व से झूम उठा
हरलीन देओल और अमनजोत कौर के हवाई अड्डे पर पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों, युवाओं और खेल प्रेमियों ने भारतीय तिरंगा लहराकर उनका स्वागत किया। पंजाब की धरती ने एक बार फिर साबित किया कि वह न केवल खेती और वीरता में बल्कि खेलों में भी देश का गौरव है।
