मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हूल आंदोलन के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

श्रद्धांजलि का आयोजन
दिल्ली में स्थित झारखंड भवन में सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारत माता के वीर सपूतों और हूल आंदोलन के प्रमुख सिदो-कान्हू तथा चांद-भैरव को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 1855 में स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों के संघर्ष और बलिदान के मार्ग पर चलने वाले बाबा दिशोम गुरुजी (शिबू सोरेन) इस समय अस्वस्थ हैं।
हूल दिवस का महत्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि हूल दिवस केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हमारे लिए एक संकल्प का दिन है। हूल हमारी ताकत और पहचान है। उन्होंने यह भी बताया कि वह बाबा दिशोम गुरुजी की अस्वस्थता के कारण भोगनाडीह की वीर भूमि पर नहीं आ सके।
अमर शहीदों को नमन
उन्होंने राज्यवासियों से कहा कि भविष्य में आदिवासी धर्म कोड, संस्कृति, भाषा, सभ्यता और पहचान के लिए हूल उलगुलान होगा। हूल दिवस पर अमर वीर शहीदों को शत-शत नमन किया।संथाल हूल विद्रोह के महानायक अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो और हजारों वीर शहीदों के संघर्ष और समर्पण के पदचिन्हों पर चलने वाले आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी अभी अस्वस्थ हैं। इस कारण मैं इस बार भोगनाडीह की क्रांतिकारी, वीर भूमि पर नहीं आ पाया।
लेकिन हूल दिवस हमारे लिए… pic.twitter.com/EhIVn3hncU
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 30, 2025
शिबू सोरेन की स्वास्थ्य स्थिति
गंगाराम अस्पताल में भर्ती झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को ब्रेन स्ट्रोक आया है और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। उन्हें पहले से किडनी की समस्या है।
विधायकों की उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कई विधायक भी मौजूद थे, जिनमें गांडेय विधायक कल्पना सोरेन, रामगढ़ विधायक ममता देवी, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, सारठ विधायक उदय प्रताप सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, खिजरी विधायक राजेश कच्छप और पूर्व विधायक के एन त्रिपाठी शामिल थे।