मोहाली के पार्क हॉस्पिटल ने 'वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे' पर जागरूकता बढ़ाई

ब्रेन ट्यूमर की बढ़ती घटनाएं
(चंडीगढ़ समाचार) चंडीगढ़। "भारत में ब्रेन ट्यूमर के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हर साल लगभग 40,000 से 50,000 लोग इस बीमारी का शिकार होते हैं, जिससे औसत जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष तक कम हो जाती है। ये आंकड़े चिंताजनक हैं।"
शुक्रवार को पार्क हॉस्पिटल मोहाली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रेन और स्पाइन सर्जरी के विशेषज्ञ, डॉ. अनिल सोफत ने कहा, "ब्रेन ट्यूमर के 100 से अधिक प्रकार होते हैं, जिनकी पहचान, लक्षण, उपचार और परिणाम भिन्न होते हैं। ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए अनुसंधान जारी है, लेकिन अभी तक कोई विशेष रोकथाम उपाय प्रमाणित नहीं हुआ है।"
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. संगीता प्रधान ने बताया, "ब्रेन ट्यूमर कैंसरयुक्त और गैर-कैंसरयुक्त दोनों प्रकार के होते हैं। इनका इलाज सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के माध्यम से किया जाता है, लेकिन यह केवल सीमित समय के लिए प्रभावी रहता है। ये शरीर के अन्य अंगों में नहीं फैलते हैं।"
डॉ. जोबन जीत कौर, कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजी ने कहा, "ब्रेन ट्यूमर सभी कैंसर के मामलों का लगभग 2% होते हैं। विश्वभर में हर दिन लगभग 500 नए मामलों की पहचान होती है, जिनमें से अधिकांश वंशानुगत नहीं होते।"
सीनियर कंसल्टेंट, जनरल सर्जरी डॉ. विमल विभाकर ने बताया कि "ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि सर्जन के पास ऑपरेशन से पहले कितनी जानकारी है। इसके लिए विशेष एमआरआई तकनीकें, जैसे फंक्शनल एमआरआई और फाइबर ट्रैक्ट इमेजिंग, बहुत सहायक होती हैं।"
ब्रेन ट्यूमर के प्रारंभिक लक्षण
1. बार-बार सिरदर्द होना
2. चक्कर आना
3. मतली और उल्टी
4. दौरे (फिट्स)
5. मानसिक स्थिति या व्यक्तित्व में बदलाव, व्यवहार संबंधी समस्याएं
6. याददाश्त की कमी
7. चलने में अस्थिरता
8. बोलने में कठिनाई
9. एक या अधिक अंगों में कमजोरी या संवेदना में बदलाव
10. चेहरे या शरीर के एक तरफ कमजोरी या लकवा
11. दृष्टि, सुनने या ठीक से बोलने में समस्याएं